रियाद/दोहा। राजनयिक संकट सुलझाने के लिए सऊदी अरब और कतर के नेताओं के बीच फोन वार्ता से नए विवाद पैदा हो गए हैं। सऊदी अरब ने कतर पर आतंकवाद का वित्तपोषण करने और अरब देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाते हुए कतर से संबंध समाप्त कर दिए थे।
कतर के अमीर शेख तमिम बिन हमद अल-थानी ने शुक्रवार को सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान को फोन कर तीन महीने से चल रहे इस विवाद को वार्ता के जरिए खत् मकरने का आग्रह किया था।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक इस फोन वार्ता के दौरान कतर के अमीर ने कहा कि वह सऊदी अरब के नेतृत्व में चार अरब देशों की मांगों पर चर्चा का इच्छुक है।
सऊदी अरब, बहरीन, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने पांच जून को कतर के साथ राजनयिक संबंध तोड़ दिए थे और उस पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए थे। इन देशों ने कतर पर आतंकवाद का वित्तपोषण करे और अरब देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया था। हालांकि, कतर ने इन आरोपों को सिरे से खारिज किया है।
इन चार अरब देशों ने कतर के साथ राजनयिक संबंध बहाल करने के लिए उसके समक्ष अपनी 13 मांगे रखी थी।
शेख तमिम ने शुक्रवार देर रात अमरीका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को भी फोन कर खाड़ी राजनयिक संकट को वार्ता के जरिए सुलझाने पर जोर दिया था। वार्ता के दौरान दोनों नेताओं ने कुवैत की मध्यस्थता के जरिए खाड़ी संकट से संबद्ध घटनाक्रमों पर चर्चा की।