शिमला। हिमाचल प्रदेश में सत्तासीन कांग्रेस के भीतर की उठापठक अब खुलकर सामने आ गई है। सरकार और संगठन के बीच चल रही लड़ाई के चलते खुद मुख्यमंत्री ने पार्टी हाईकमान पर हमला बोल दिया।
प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह ने कुल्लू जिले के निरमंड में एक जनसभा के दौरान पार्टी हाईकमान पर तीखा हमला बोलते हुए यहां तक कह डाला कि पार्टी अपनी पूर्व की नीतियों से अलग दिशा की ओर बढ़ रही है। मनमाफिक तरीके से चयन करने का तरीका कांग्रेस की अच्छी संस्कृति का खात्मा कर देगा। बताया जा रहा है कि वीरभद्र की असल नाराजगी प्रदेशाध्यक्ष पद पर काबिज सुखविंदर सिंह को लेकर है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता ने कहा कि पार्टी नेतृत्व के सोचने और कामकाज के तरीके में बदलाव लाने की जरूरत है, क्योंकि कांग्रेस कोई कारोबारियों की पार्टी नहीं है। यह उन लोगों से संबंधित है, जिन्होंने देश की आजादी के लिए अपना जीवन कुर्बान किया।
कांग्रेस को ये मुख्यमंत्री के ये बगावती तेवर महंगे पड़ सकते हैं, क्योंकि राज्य में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं। सबसे लंबे समय तक चार बार हिमाचल के मुख्यमंत्री पद पर रहे सिंह इसलिए नाराज हैं क्योंकि वह राज्य कांग्रेस प्रमुख सुखविंदर सिंह सुखू को हटाना चाहते हैं। सुखविंदर के साथ उनका विरोध जगजाहिर है। इसे लेकर उनका पार्टी की वरिष्ठ नेता अंबिका सोनी से विवाद भी हो चुका है।