देहरादून। उत्तराखंड सरकार ने यहां एक धर्मार्थ अस्पताल द्वारा बड़े पैमाने पर चलाए जा रहे एक किडनी रैकेट की जांच का आदेश दिया है।
सोमवार को इस रैकेट का पदार्फाश होने के बाद दो लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गंगोत्री चैरिटेबल अस्पताल के कर्मचारियों सहित 15 अन्य लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने कहा कि अस्पताल को सील कर दिया गया है और चार ओमानी नागरिक जो पहाड़ी राज्य में गुर्दा प्रत्यारोपण के लिए आए थे, उनकी खोजबीन की जा रही है।
पर्यटक वीजा पर भारत आए चारों ओमानी नागरिकों को लेकर समूचे देश के सभी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डों पर अलर्ट जारी किया गया है।
अस्पताल पर गरीब लोगों को अपने गुर्दे दान करने के लिए मजबूर करने और उन गुर्दो को ऊंची कीमतों पर बेचने का आरोप है।
इस रैकेट का भंडाफोड़ हरिद्वार की सप्तऋषि पुलिस ने तब किया जब अस्पताल में नियमित जांच के लिए आईं दो महिलाओं समेत चार लोगों से पूछताछ की गई।
पूछताछ करने पर उन्होंने अपने शरीर पर चीरे के निशान दिखाए और कुबूल किया कि उन्होंने अपने गुर्दे तीन-तीन लाख रुपये में बेचे हैं।