सियोल। उत्तर कोरिया ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय की चेतावनियों को दरकिनार करते हुए शुक्रवार को एक और मिसाइल दागी, जो उत्तरी जापान के ऊपर से होते हुए प्रशांत महासागर में जा गिरी।उत्तर कोरिया ने एक महीने से भी कम समय में जापान के ऊपर से दूसरी मिसाइल दागी है।
दक्षिण कोरिया की सेना के मुताबिक यह मिसाइल प्योंगयांग के पास सुनान जिले से दागी गई।दक्षिण कोरिया की सेना के ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के मुताबिक पूर्वी प्योंगयांग से स्थानीय समयानुसार सुबह लगभग 6.30 बजे यह मिसाइल दागी गई।
अधिकारियों ने बताया कि यह रॉकेट 770 किलोमीटर की ऊंचाई तक जा सकता था। इसने लगभग 3,700 किलोमीटर का सफर तय किया।
जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने संवाददाताओं को बताया कि उत्तर कोरिया के इस खतरनाक उकसावे वाले कृत्य के बाद अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को एकजुट होकर स्पष्ट संदेश देने की जरूरत है।
उन्होंने कहा कि हमें उत्तर कोरिया को यह बताना होगा कि यदि वह इस तरह की हरकतें करता रहा तो उसका कोई भविष्य नहीं होगा।
जापान सरकार जे अलर्ट जारी कर लोगों को मिसाइल के मलबे जैसी हर तरह की संदिग्ध वस्तु से दूर रहने की सलाह दी।
उत्तर कोरिया ने इससे पहले बुधवार को चेतावनी दी थी कि जापान के चारों द्वीपों को परमाणु बम से समुद्र में डुबा देना चाहिए।
जापान और अमरीका ने संयुक्त राष्ट्र से शुक्रवार दोपहर तीन बजे इस मुद्दे पर विचार-विमर्श करने के लिए चर्चा करने का आग्रह किया।
मिसाइल दागे जाने के बाद दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति कार्यालय ने तुरंत राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक बुलाई।
उत्तर कोरिया फरवरी 2017 के बाद से अब तक 14 परीक्षणों के दौरान 21 मिसाइलें दाग चुका है। वह हर परीक्षण के साथ अपनी मिसाइल प्रौद्योगिकी को बेहतर बना रहा है।