हैदराबाद। तेलंगाना में सोमवार को चार अलग अलग घटनाओं में कुल 11 लोगों ने आत्महत्या कर ली, जिनमें से छह एक ही परिवार के सदस्य थे।
हैदराबाद से 135 किलोमीटर दूर स्थित सूर्यपेट शहर के रहने वाले एक ही परिवार के छह सदस्यों ने तड़के आत्महत्या कर ली। सोमवार सुबह उनके घर से उनके शव बरामद किए गए।
शेयर बाजार में भारी नुकसान होने के बाद के. सुरेश लापता हो गए थे, जिसके बाद उनके परिजनों ने यह कड़ा कदम उठाया। सुरेश के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं मिलने पर परिवार के सदस्यों को उनके आत्महत्या करने का संदेह हुआ, जिसके बाद परिवार के सभी सदस्यों ने खुदकुशी कर अपना जीवन समाप्त कर लिया।
उनके पिता के. जनार्दन (59), मां चंद्रकला (50), पत्नी प्रभावति (30) और भाई के.अशोक (26) ने पांच और तीन वर्ष की उम्र की अपनी दो बेटियां को जहर देने के बाद आत्महत्या कर ली। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है।
दूसरी घटना में नगरकुर्नूल जिले के पटलागंगा के पास एक मां ने दो अपनी दो नाबालिग बेटियों के साथ कृष्णा नदी में छलांग लगाकर आत्महत्या कर ली। पुलिस के मुताबिक यह परिवार कर्नाटक जिले का रहने वाला था, जो रविवार रात को शिरडी सांई मंदिर में पूजा के लिए पटलागंगा आया हुआ था। पुलिस उनके इस कड़े कदम उठाने के कारण की जांच कर रही है।
वहीं, एक और मामले में कामरेड्डी जिले के येलारेड्डी में बिकानौर पुलिस थाने में तैनात एक होम गार्ड ने खुदकुशी कर ली। मृतक अपने नौकरी नियमित न किए जाने को लेकर तनाव में था। पुलिस ने उसके पास से एक सुसाइड नोट बरामद किया है जिसमें आर्थिक तंगी को खुदकुशी का कारण बताया गया है।
वारंगल जिले में वित्तीय समस्या के चलते एक युवा किसान ने जी. मल्ललाजी (32) ने कीटनाशक खाकर आत्महत्या कर ली। स्थानीय लोगों का कहना है कि उसने ऋण लिया हुआ था और फसल खराब होने के कारण उसे चुकाने में असमर्थ था ।