नई दिल्ली। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने गुरुवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लोकसभा में अविलंब महिला आरक्षण विधेयक पारित करने का आग्रह किया।
भाजपा लोकसभा में बहुमत में है। मोदी को लिखे एक पत्र में सोनिया ने कहा कि आप को याद होगा कि राज्यसभा ने महिला आरक्षण विधेयक को 9 मार्च, 2010 को पारित कर दिया है। तब से यह एक या दूसरे कारणों से यह लोकसभा में लटका पड़ा है।
उन्होंने कहा कि मैं आपसे लोकसभा में अपने बहुमत का फायदा लेने का आग्रह करती हूं, जिससे निचले सदन में महिला आरक्षण विधेयक को पारित किया जा सके।
सोनिया गांधी ने पत्र में लिखा है कि कांग्रेस हमेशा से इस बिल के समर्थन में रही है और आगे भी इस बिल का समर्थन करती रहेगी क्योंकि यह महिला सशक्तिकरण की दिशा में बड़ा कदम है। उन्होंने यह भी कहा कि यह कांग्रेस ही थी जिसने महिलाओं के लिए पंचायतों व नगरपालिकाओं में आरक्षण की प्रक्रिया को शुरू किया था।
उन्होंने कहा कि आप को याद होगा कि वास्तव में यह कांग्रेस और इसके दिवंगत नेता राजीव गांधी ही थे, जिन्होंने संविधान संशोधन विधेयकों के जरिए नगरपालिकाओं व पंचायतों में महिलाओं के आरक्षण के प्रावधान की पहल की थी।
सोनिया ने लिखा है कि उस बिल को 1989 में विपक्ष ने पारित नहीं होने दिया था लेकिन 1993 में ये दोनों सदनों में पारित हुए थे व यह 73वें व 74वें संशोधन बने।
बतादें कि साल 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में 543 सांसदों में से 62 महिला सांसद चुनकर आई हैं। भारतीय संसदीय इतिहास में लोकसभा पहुंचने वाली महिलाओं की यह सर्वाधिक संख्या है। इससे पहले 15वीं लोकसभा में साल 2009 के चुनावों में 58 महिलाएं लोकसभा पहुंची थीं।