अजमेर। महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री अनिता भदेल ने कहा कि सरकार के राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम और भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत समर्पित और निष्ठा भाव से कार्यरत अजमेर और भीलवाड़ा जिले के आंगनबाडी व सामाजिक स्वास्थ्य कार्यकर्ता साधुवाद के पात्र हैं।
उन्होंने कहा कि इन कार्यकर्ताओं के टीम भाव से कार्य करने की इच्छा शक्ति की बदौलत ही सरकार की योजनाओं का जरूरतमंद वंचित वर्ग को निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ मिल पा रहा है।
भदेल गुरूवार को मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर अजमेर में राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम अन्तर्गत स्वास्थ्य लाभ पाने के बाद घर लौट रहे भीलवाड़ा जिले के बिजौलिया क्षेत्र स्थित नयागांव निवासी आठ माह के शिशु मोहित की कुशलक्षेम पूछने आई थीं।
ज्ञात रहे भदेल भीलवाड़ा जिले की प्रभारी मंत्री हैं। मीडिया से रूबरू होते हुए भदेल ने कहा कि मित्तल हाॅस्पिटल सरकार की स्वास्थ्य योजनाओं का जरूरतमंदों को लाभ पहुंचाने के प्रति योजनाबद्ध और गंभीरता से कार्य कर रहा है यह अच्छी बात है।
उन्होंने कहा मित्तल हाॅस्पिटल की ओर से समाजसेवी संस्थाओं के साथ मिल कर किए जा रहे श्रृंख्लाबद्ध सुपरस्पेशियलिटी चिकित्सा शिविर भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना का वंचित वर्ग को उनके घर पहुंच कर लाभ पहुंचाने में महती भूमिका निभा रहे हैं।
उन्होंने प्रसन्नता व्यक्त की कि मित्तल हाॅस्पिटल में अब तक भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत करीब 1500 पीड़ितों को निःशुल्क लाभ मिल चुका है, इनमें तकरीबन 150 रोगियों की हृदय की बाईपास सर्जरी, हृ्रदय का वाल्व रिपलेसमेंट, पेसमेकर इम्प्लांट, एंजियोप्लास्टी की गई।
तकरीबन 50 से अधिक रोगियों के ब्रेन व स्पाइन रोग तथा विभिन्न तरह के कैंसर रोगों का उपचार किया गया है। पचास से अधिक की पथरी, प्रोस्टेट व मूत्र संबंधित बीमारियों से पीड़ितों को राहत दी गई। 15 से अधिक गुर्दा पीड़ित की प्रतिमाह प्रतिव्यक्ति 8 से 10 डायलिसिस निःशुल्क हो रही है।
भदेल ने कहा कि बिजौलिया भीलवाड़ा जिले के खेतीहर मजदूर अनिल धाकड़ के पुत्र मोहित के जन्मजात दिल में छेद का अजमेर में ही निःशुल्क उपचार हो जाना खुशी की बात है। उन्होंने बच्चे का आॅपरेशन करने वाले वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ सूर्या और उनकी पूरी टीम को बधाई दी। बच्चे के माता-पिता से उसका लालन-पालन अब अच्छे से कर पाने की अपेक्षा की।
गौरतलब है कि जन्मजात विकार के चलते मोहित का विकास नहीं हो पा रहा था और उसे श्वास लेने में तकलीफ होती थी। मोहित ठीक से खाना भी नहीं खा पाता था। उसका वनज मात्र सात-सवा सात किलो ही था।
मोहित को आॅपरेशन के लिए तैयार करने में करीब तीन दिन का समय लगा। मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर के हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ सूर्या ने मोहित के दिल की बेहद जटिल सर्जरी कर उसका जीवन रक्षित किया है।
जानकारी के अनुसार नयागांव की आंगनबाड़ी कार्यकर्ता घीसी बाई ने बच्चे की तकलीफ को पहचान पर इसकी सूचना स्थानीय प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र को दी थी जहां से बच्चे को राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत चिंहित कर अजमेर के मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर पर निःशुल्क उपचार लाभ के लिए भेजा गया।
यहां सर्जरी के दौरान डाॅ सूर्या के साथ शिशुरोग विशेषज्ञ डाॅ सुनील गोयल, हृदय रोग विशेषज्ञ डाॅ विवेक माथुर, डाॅ विपिन सिसोदिया, डाॅ राहुल चैहान, एवं स्टाफ का सराहनीय सहयोग रहा।
बच्चे के पिता अनिल धाकड़ ने बताया कि वह अपने बच्चे के नए जन्म पर बेहद खुश है।
अनिल ने बताया कि मोहित उसका एक मात्र और पहला ही बच्चा है। उल्लेखनीय है कि मोहित तीसरा बच्चा है जिसे राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम (आरबीएसके ) अन्तर्गत मित्तल हाॅस्पिटल एंड रिसर्च सेंटर, अजमेर में उपचार लाभ मिला है।
इस मौके पर जिला शिशु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डाॅ रामलाल चौधरी, निदेशक सुनील मित्तल, डाॅ दिलीप मित्तल, मनोज मित्तल, सीईओ एसके जैन, डाॅ. पौरवी मित्तल, वाइस प्रेसीडेंट श्याम सोमानी ने मित्तल हाॅस्पिटल से स्वस्थ होकर घर जाते मरीज मोहित और उसके पिता अनिल को शुभकामनाएं दीं।
डाॅ चैधरी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत योजना का वास्तविक जरूरतमंद को लाभ पहुंच रहा है। अजमेर व भीलवाड़ा जिले के प्रतिमाह करीब चार पीड़ितों को योजना के तहत अजमेर के मित्तल हाॅस्पिटल में निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ दिया जा रहा है।
निदेशक मनोज मित्तल ने बताया कि मित्तल हाॅस्पिटल ने सामाजिक सरोकार के तहत
श्रृंखलाबद्ध निःशुल्क चिकित्सा एवं परामर्श शिविर आयोजित कर सामाज के अंतिम तबके के वंचित और निर्धन वर्ग को भी सरकार की जनकल्याणकारी स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ पहुंचाने प्रयास किया है। भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत अब तक करीब 1500 गंभीर रोगियों को निःशुल्क स्वास्थ्य लाभ मित्तल हाॅस्पिटल में मुहैया कराया गया है।