नई दिल्ली। पिछले लोकसभा और कई विधानसभा चुनाव में अपनी खोई जमीन वापस पाने की कोशिश में लगी कांग्रेस पार्टी ने रविवार को रामलीला मैदान में किसान खेत मज़दूर रैली आयोजित कर मोदी सरकार पर हमला बोला।
मोदी सरकार को किसान विरोधी बताते हुए भूमि अधिग्रहण विधेयक संसद में पारित न होने देने की चेतावनी दी। साथ ही किसानों को भरोसा दिलाया कि सत्ता में न होने के बावजूद भी वह उनके हितों की लड़ाई जारी रखेगी।
कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी, उपाध्यक्ष राहुल गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह सहित अनेक पूर्व केन्द्रीय मंत्रियों और उत्तराखण्ड के मंत्री हरीष रावत ने मोदी सरकार द्वारा लाए गए भूमि अधिग्रहण विधेयक को किसान विरोधी करार देते हुए कहा कि किसानों को झूठे सपने दिखाकर उनकी ज़मीनें उद्योगपतियों को सौंपने की साजिश को कामयाब नहीं होने दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस किसान विरोधी विधेयक को संसद में पारित नही होनें दिया जाएगा।
सोनिया गांधी ने अपने संबोधन में कहा कि कांग्रेस सत्ता में नहीं है फिर भी वह किसानों के हितों के लिए लड़ेगी और उनकी आवाज दबने नहीं देगी। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार अमरीका और आस्ट्रेलिया से गेहूं आयात करने की योजना बना रही है और अपने किसानों की उपेक्षा कर रही है जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
उन्होंने व्यंग्यतमक लहजे में कहा कि ‘सबका साथ सबका विकास’ का नारा देने वाले नरेन्द्र मोदी अब केवल उद्योगपतियों का समर्थन कर रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से बर्बाद हुई फसलों के पीडि़त किसानों की सुध न लेकर सरकार उनके जलों पर नमक छिड़क रही है।
राहुल गांधी ने आरोप लगाया कि नरेन्द्र मोदी ने जिस प्रकार गुजरात मॉडल लागू कर राज्य में किसानों की ज़मीने छीनी थी उसी प्रकार भूमि अधिग्रहण विधेयक के जरिये देशभर में जमीनें छीन कर उद्योगपतियों को दी जाएगी।
जिनसे उन्होंने चुनाव के दौरान कर्ज लिया है। जबकि पूर्व कांग्रेस नीत संप्रग सरकार ने किसानों के 70 हजार करोड़ रुपए के ऋृण माफ किए थे। उन्होंने कहा कि हम नहीं चाहते किसान आगे चलकर मज़दूर अथवा नौकर बने।
मनमोहन सिंह ने कहा कि कांग्रेस ने सदैव किसानों के लिए काम किया पर मोदी सरकार को उनकी चिंता नही है। हम उनकी किसान विरोधी राजनीति का खुलासा करेंगे।
रैली स्थल पर दिल्ली प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय माकन और हरियाणा से सांसद दीपेन्द्र हुड्डा ने सोनिया, राहुल और मनमोहन सिंह को प्रतीक के रुप में हल भेट किया।