इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ सोमवार को लंदन से वतन लौट आए। वह अपनी बीमार पत्नी कुलसुम नवाज का हालचाल जानने एक महीने पहले लंदन गए थे, जहां उनका कैंसर का इलाज चल रहा है।
शरीफ सुबह 7.30 बजे बेनजीर भुट्टो अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे पहुंचे, जहां पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के वरिष्ठ नेताओं ने उनकी अगुवाई की।
अपदस्थ प्रधानमंत्री जवाबदेही अदालत के समक्ष पेशी पर चर्चा के लिए पीएमएल-एन के नेतृत्व के साथ अनौपचारिक बैठक कर सकते हैं।
शरीफ ने इस्लामाबाद के लिए रवाना होने से पहले रविवार रात को संवाददाताओं को बताया था कि वह अपनी पत्नी की सेहत का हालचाल जानने के लिए लंदन आए थे। शरीफ ने अदालत द्वारा उन्हें प्रधानमंत्री पद से अपदस्थ करने पर फिर सवाल उठाया।
शरीफ ने कहा कि हमने कोई भ्रष्टाचार नहीं किया। यदि यह पनामा पेपर्स को लेकर है, तो मुझे संयुक्त अरब अमीरात का वर्क वीजा (इकमा) रखने के लिए अयोग्य घोषित क्यों किया गया?
शरीफ ने अपनी समीक्षा याचिकाओं पर सर्वोच्च न्यायालय के रुख पर असंतोष जताते हुए कहा कि उन्होंने पाकिस्तान नहीं लौटने का कभी नहीं सोचा था।
हालांकि, सत्तारूढं पार्टी के विरोधी, खासतौर पर पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) का दावा था कि शरीफ अपने खिलाफ दायर मामलों की जवाबदेही से बचने के लिए भाग खड़े हुए थे।
डॉन न्यूज के मुताबिक, शरीफ को राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (एनएबी) द्वारा दायर भ्रष्टाचार के तीन मामलों में मंगलवार को तलब किया है।
इस्लामाबाद की जवाबदेही अदालत के समक्ष 19 सितंबर को हुई सुनवाई के दौरान न ही शरीफ के परिवार का कोई सदस्य और न ही उनके वकील पेश हुए। शरीफ की बेटी मरियम नवाज ने ट्वीट कर अपने पिता की वतन वापसी को साहसिक कदम बताया।