नई दिल्ली। बजट सत्र के दूसरे चरण के पहले ही दिन सोमवार को केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी को लेकर विपक्ष ने जमकर हंगामा किया और इस मामले में प्रधानमंत्री से माफी मांगने की जोरदार मांग की। लोकसभा अध्यक्ष के हस्तक्षेप के बावजूद भी कांगेस के सदस्य शांत नहीं हुए और लगातार हंगामा करते रहे।
लोकसभा की कार्यवाही शुरू होते ही कांग्रेस के ज्योतिरादित्य सिंधिया सहित विपक्षी सदस्यों ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की ओर से सोनिया गांधी पर की गई विवादित टिप्पणी सहित अन्य मुद्दो पर सदन की कार्यवाही स्थगित कर चर्चा कराने के नोटिस दिये जिन्हें अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने अस्विकार करते हुए सदस्यों से ये मुद्दे शून्यकाल में उठाने को कहा।
विपक्षी सदस्यों के लगातार विरोध को देखते हुए अध्यक्ष ने कांग्रेस के सिंधिया को मामले पर बोलने की इजाजत दे दी । उन्होंने कहा कि सोनिया गांधी पर की गई टिप्पणी पूरी महिलाओं का अपमान है। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों पर ही काबू नहीं रख पा रहे हैं और इनके मंत्री एक के बाद एक विवादित बयान दे रहे हैं ।
कांग्रेस संसदीय दल के नेता मल्लिका अर्जुन खडग़े ने कहा कि ये बेहद शर्मनाक मामला है और प्रधानमंत्री को इस मामले में देश की जनता से माफी मांगनी चाहिये। अध्यक्ष ने भी मंत्री की टिप्पणी पर नाराजगी जताते हुये कहा कि महिलाओं का सम्मान होना चाहिए।
सुमित्रा महाजन ने कहा कि मुझे भी यह अच्छा नहीं लगा और ये बेहद शर्मनाक बात है और किसी को भी इस तरह की टिप्पणी करने से बचना चाहिए। उन्होंने कहा कि सभी दलों को चाहिए कि वे ऐसे बयानों से दूर रहे।
विवाद बढ़ता देख संसदीय कार्यमंत्री वेंकैया नायडू ने इस पूरे मासले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि ये केवल मंत्री का निजी बयान हो सकता है और सरकार का इससे कोई लेना-देना नहीं है।
सरकार ऐसे किसी भी तरह के बयानों के खिलाफ है। वहीं सरकार द्वारा इस मामले से पल्ला झाड़ लेने के बावजूद कांग्रेस के सदस्य शांत नहीं हुए और सदन में नारेबाजी करते रहे। शोर शराबे के बीच आसन ने आगे की कार्यवाही शुरू कर दी।
गौरतलब है कि केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने सोनिया गांधी पर विवादित टिप्पणी करते हुये कहा था कि सोनिया गांधी कांग्रेस की अध्यक्ष इसलिए बन पाईं कि वे गोरी चमड़ी की हैं। कांग्रेस सदस्यों के हंगामे के कारण सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिए स्थगित भी करनी पड़ी।
कारवाई फिर से शुरू होने पर सदन में हंगामा बढ़ते देख केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने अपने बयान पर खेद जताया। सिंह ने कहा कि उनके बयान से किसी को भी दुख पहुंचा हो तो उन्हें इस पर खेद है। वैसे उनका इरादा किसी के सम्मान को ठेस पहुंचाना नहीं था। गिरिराज सिंह के खेद प्रकट करने के बाद प्रश्नकाल की कार्यवाही सामान्य रूप से चली ।