मुंबई। महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री नारायण टी. राणे ने रविवार को महाराष्ट्र स्वाभिमान पार्टी नाम से नई पार्टी बनाने का ऐलान किया। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य के समग्र व समावेशी विकास के लिए काम करेगी।
तटीय कोंकण क्षेत्र के आक्रामक तेवर वाले नेता राणे पहले शिवसेना में थे। फिर वह बारह साल तक कांग्रेस में रहे। उन्हें लेकर राजनीतिक हलकों में भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन में शामिल होने या नहीं होने को लेकर अनुमान लगाया जा रहा था।
राणे ने कहा कि एमएसपी का उद्देश्य हमारी सभी प्रतिबद्धताओं को पूरा करना व राज्य के लोगों के हित में काम करना होगा। पार्टी संगठन की स्थापना के बाद, हम राजग के साथ गठबंधन सहित अपने भविष्य की कार्यप्रणाली तय करेंगे।
राणे ने सत्तारूढ़ शिवसेना की बुलेट ट्रेन परियोजना के विरोध को लेकर आलोचना की। उन्होंने बुलेट ट्रेन प्रस्ताव का समर्थन किया और कहा कि यह एक विकास परियोजना है जो मोबाइल फोन की तरह जरूरी है।
शिवसेना-भाजपा गठबंधन में राणे करीब एक साल (1999) के लिए मुख्यमंत्री रहे थे। शिवसेना-भाजपा गठबंधन ने राज्य में 1995-1999 तक शासन किया था। राणे 2005 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। उन्होंने बीते महीने कांग्रेस छोड़ा है।
एमएसपी का जन्म राणे की तीसरी राजनीतिक पारी है। इसका राणे के गृह जिले सिंधुदुर्ग व दूसरे हिस्सों में पटाखे फोड़कर, ढोल बजाकर व जुलूस निकालकर स्वागत किया गया।
बीते कुछ महीनों से अटकलें लगाई जा रही थीं कि राणे भाजपा में जाने की योजना बना रहे हैं। राणे भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, राज्य भाजपा प्रमुख रावसाहेब पाटिल-दनवे व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से कई मौकों पर मिले थे।
एमएसपी के राजनीतिक मैदान में शामिल होने के बाद महाराष्ट्र के राजनीतिक परिदृश्य में वोटों के लिए संघर्ष और बढ़ गया है। भाजपा, शिवसेना, कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना, रिपब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया, कई स्थानीय व राज्य स्तरीय पार्टियों के अलावा यहां दूसरी राष्ट्रीय पार्टियां भी सक्रिय हैं।