लाहौर। पाकिस्तान के पंजाब और बलूचिस्तान में मंगलवार सुबह 14 कैदियों को फांसी पर चढ़ा दिया गया।
‘द न्यूज’ में प्रकाशित एक रिपोर्ट के अनुसार दो कैदियों को कोर्ट लखपत जेल में फांसी पर लटकाया गया। दोषी कैदी अल्लारक्खा ने साल 1996 में एक व्यक्ति की हत्या कर दी थी।
दो कैदियों लुकमान और सलीम को सियालकोट जेल में फांसी दी गई । इन दोनों दोषी ने साल 1999 में एक लड़की का यौन उत्पीड़न किया था।
वहीं, इसी तरह एक कैदी को साहीवाल जेल में फांसी दी गई। इसके बाद तीन कैदियों को फैसलाबाद की केन्द्रीय और जिला जेलों में फांसी दी गई।
साल 1998 में निजामुद्दीन और मोहम्मद यासीन ने तीन लोगों की हत्या कर दी थी जबकि आजम ने 2004 में सात लोगों की हत्या कर दी थी। इन मामलों में इन तीनों को मौत की सजा सुनाई गई थी।
तीन कैदियों को गुजरांवाला की केन्द्रीय जेल में फांसी दी गई। एक कैदी को मुल्तान केन्द्रीय कारागार और दो को माच की जेलों में फांसी दी गई ।