मुंबई। मुंबई तट से लगे समुद्र में हाई स्पीड डीजल के एक टैंक पर आकाशीय बिजली गिरने से लगी आग के 30 घंटे से अधिक समय बीत चुके हैं, लेकिन आग पर काबू पाने के लिए अग्निशमन विभाग का 50 सदस्यीय दल अभी भी संघर्ष कर रहा है।
एक अधिकारी ने शनिवार को इस बात की जानकारी दी। गेटवे ऑफ इंडिया के निकट अरब सागर में लगभग आठ किलोमीटर दूरी पर स्थित छोटे-से बुचर द्वीप पर शुक्रवार को आग लग गई। यह द्वीप भारत पेट्रोलियम निगम लिमिटेड के तेल टर्मिनल के रूप में काम करता है।
यहां और दो किलोमीटर दूर रायगढ़ में आसमान में धुएं के गुबार देखे देखे जा सकते हैं। बीपीसीएल के कार्यकारी निदेशक मनोहर राव ने द्वीप पर जाते हुए रास्ते में बताया कि हालात अब काबू में है और इस हादसे में कोई हताहत नहीं हुआ है। मुंबई पत्तन न्यास के अग्निशामक कर्मी आग पर काबू पाने का प्रयास कर रहे हैं।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक प्रभावित टैंक की क्षमता करीब 40 हजार टन है, जिसमें हाई स्पीड ईंधन भरा हुआ था। करीब 25 फीसदी ईंधन आग में स्वाहा हो गया।
दमकल विभाग का कहना है कि द्वीप पर सुबह लगभग पांच बजे बिजली गिरी, जिसके बाद वहां आग लग गई। मौके पर तैनात सुरक्षाकर्मियों की एक टीम ने उस वक्त आग पर काबू पाने का प्रयास किया।
जिसके बाद, मुंबई पत्तन न्यास की एक टीम को आग बुझाने में मदद करने के लिए स्पीड बोट से द्वीप पर भेजा गया। इस अभियान को करीब 20 घंटे हो चुके हैं।
इस छोटे द्वीप को जवाहर द्वीप के नाम से भी जाना जाता है, जो मुंबई पत्तन न्यास का है और यहां से तेल टैंकरों से कच्चा तेल उतारा जाता है, और उसके बाद उसे कंटेनरों में भरकर वडाला स्थित एक तेल रिफाइनरी में भेज दिया जाता है।