वाशिंगटन। अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर उत्तर कोरिया को हड़काते हुए कहा है कि देश की पूर्ववर्ती सरकारें उसके (उत्तर कोरिया) साथ पिछले 25 साल से बातचीत करती रही हैं लेकिन उसका कोई नतीजा नहीं निकला, मसलन उसके साथ दूसरी तरह से पेश आना पड़ेगा।
ट्रंप ने शनिवार को ट्वीट किया कि हमारी पिछली सरकारों ने उत्तर कोरिया के साथ समझौतों के लिए बातचीत की और इस पर करोड़ों रूपए भी खर्च किए गए लेकिन कोई समाधान नहीं निकला।
विडंबना यह है कि कलम की स्याही सूखने से पहले ही समझौतों का उल्लंघन होता रहा है और अमरीकी वार्ताकारों को बेवकूफ बनाया गया। माफ कीजिए, लेकिन सिर्फ एक चीज काम करेगी।
अमरीका ने उत्तर कोरिया के मिसाइल कार्यक्रम और परमाणु परीक्षण पर रोक लगाने के लिए बल प्रयोग से इनकार नहीं किया है। ट्रंप उत्तर कोरिया को ‘पूरी तरह से’ बर्बाद करने की चेतावनी भी दे चुके हैं।
ट्रंप ने हाल ही में ईरान, उत्तर कोरिया और इस्लामिक स्टेट को लेकर सैन्य नेतृत्व के साथ हुई हालिया बैठक में पत्रकारों से कहा था कि यह तूफान के आने से पहली की शांति है, हालांकि ट्रंप ने इस टिप्पणी को स्पष्ट नहीं किया।
बीजे हफ्ते विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन के चीन के शीर्ष अधिकारियों से मिलकर अमरीका लौटने पर ट्रंप ने ट्वीट कर कहा था कि उनके दूत उत्तर कोरिया से बातचीत को लेकर सिर्फ अपना समय बर्बाद कर रहे हैं।