भोपाल। ओडिशा के कालाहांडी के दाना मांझी को शायद अभी लोग भुला नहीं पाए होंगे, जिसे पत्नी का शव कंधे पर लेकर गांव तक जाना पड़ा था। ऐसा ही मामला मध्यप्रदेश के कटनी जिले में सामने आया है।
एक वृद्धा की मौत पर परिजनों को वाहन नहीं मिला, तो वे शव को कंधे पर लेकर गांव तक गए। मामले को गंभीरता से लेते हुए राज्य मानवाधिकार आयोग ने कटनी के जिलाधिकारी व मुख्य स्वास्थ्य एवं चिकित्सा अधिकारी को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
राज्य की स्वास्थ्य सेवाओं की हकीकत आए दिन सामने आती रहती है, मगर कटनी जिले में एक परिवार को वृद्ध महिला का शव कंधे पर सिर्फ इसलिए ढोना पड़ा, क्योंकि चिकित्सालय से शव वाहन उपलब्ध नहीं कराया गया था।
राज्य मानवाधिकार आयोग के जनसंपर्क अधिकारी अपर संचालक एल.आर. सिसोदिया ने मंगलवार को विज्ञप्ति जारी कर बताया कि पिछले दिनों पूर्व कटनी जिले के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रीठी में उपचाररत वृद्ध सुखवंती बाई की मृत्यु हो गई। उसके शव को गांव तक ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध न होने के कारण परिजनों द्वारा कंधे पर शव ले जाने की घटना पर संज्ञान लिया है।
आयोग ने इस घटना पर कटनी के कलेक्टर और मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्रतिवेदन तलब किया है। आयोग ने यह भी जानकारी चाही है कि जिले में शासकीय एवं अर्ध शासकीय कितने शव वाहन कहां-कहां उपलब्ध हैं। मृतकों के शव अस्पताल से परिजनों के निवास या अन्य स्थान पर ले जाने की व्यवस्था क्यों नहीं हो रही है और अब तक इसके लिए क्या प्रयास किए गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग की लापरवाही का एक और मामला रीवा के सेमरिया स्वास्थ्य केंद्र में सामने आया, जहां छिरहा निवासी मीता यादव के प्रसव में लापरवाही बरतने के कारण जच्चा-बच्चा की मृत्यु हो गई। इस पर आयोग ने रीवा के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी से प्रतिवेदन तलब किया है।
इसी तरह आयोग ने राजधानी के ऐशबाग थानांतर्गत आरोपी आमिर खान द्वारा छोटे भाई की गर्दन पर छुरी रखकर युवती से दुष्कर्म करने की घटना को भी गंभीरता से लिया है। पुलिस ने पीड़िता की शिकायत पर आरोपी के खिलाफ ज्यादती और धमकाने का मामला दर्ज कर लिया है। आयोग ने भोपाल के पुलिस अधीक्षक से इस मामले में अभी तक की गई कार्रवाई का प्रतिवेदन तलब किया है।