तिरुवनंतपुरम। केरल सरकार ने बुधवार को 70 लाख रुपए के सौर घोटाला मामले में पूर्व मुख्यमंत्री ओमन चांडी और अन्य लोगों के खिलाफ आपराधिक जांच शुरू करने का फैसला किया है।
वर्ष 2013 में सामने आए इस मामले में चांडी के अलावा उनके कैबिनेट सहयोगियों थिरुवंचूर राधाकृष्णन, आर्यदन मोहम्मद और पूर्व कांग्रेस विधायक थंपनूर रवि और बेन्नी बेहानन की भी जांच होगी।
न्यायाधीश (सेवानिवृत्त) जी. शिवराजन द्वारा सितंबर में पेश की गई सौर घोटाला आयोग की रपट की सिफारिशों के आधार पर मुख्यमंत्री पिनरई विजयन ने कैबिनेट की साप्ताहिक बैठक के बाद इसकी घोषणा की।
विजयन सरकार ने उन सभी लोगों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करने का भी निर्णय लिया, जिनके नाम सरिता नायर द्वारा लिखे गए एक पत्र में सामने आए थे, जिसमें उन्होंने यौन शोषण की शिकायत की थी।
सरिता नायर सौर घोटाला मामले में प्रमुख आरोपी हैं, जिसके तहत केरल में एक फर्जी सौर ऊर्जा कंपनी, टीम सोलर ने राजनीतिक संपर्क और मुख्यमंत्री कार्यालय तक पहुंचने के लिए दो महिलाओं का इस्तेमाल किया और कई प्रभावशाली लोगों को व्यापार साझीदार बनाने व उनके लिए सौर ऊर्जा इकाइयों को स्थापित करने की पेशकश कर सात करोड़ रुपये की ठगी की।
शिवराजन आयोग ने मामले की जांच करने वाले तत्कालीन शीर्ष पुलिस अधिकारियों के खिलाफ एक मामला दर्ज करने की भी सिफारिश की है। मामले की जांच के लिए पुलिस महानिदेशक राजेश दीवान के नेतृत्व में एक नए विशेष जांच दल का गठन किया गया है।