सिलीगुड़ी। गोरखालैंड आंदोलन के कारण लंबे 124 दिनों तक बंद रहने के बाद रविवार को ट्वाय ट्रेन का परिचालन दोबारा शुरू हुआ। दार्जिलिंग हिमालय रेलवे के अनुसार ट्वाय ट्रेन का परिचालन बंद होने से रेलवे को करीब पांच करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ है। गौरतलब है कि गोरखालैंड आंदोलन के कारण 12 जून से ट्वाय ट्रेन का परिचालन बंद हो गया।
दार्जिलिंग हिलायन रेअनुसार पहाड़ पर बंद समाप्त होने के बाद 14 अक्टूबर तक ट्वाय ट्रेन को चार करोड़ 96 लाख रुपए का नुकसान पहुंचा है। इसके अलावा, रेल स्टेशन एवं डीएचआर कार्यालय में आगलगी से भी रेलवे को भारी चपट लगा है।
रविवार सुबह सिलीगुड़ी जंक्शन से विधिवत रूप से ट्वाय ट्रेन को रवाना किया गया। सिलीगुड़ी जंक्शन से सुकना स्टेशन तक पहुंचकर वहां से ट्वाय ट्रेन वापस सिलीगुड़ी जंक्शन लौट आयी।
दार्जिलिंग हिमालय रेलवे के डायरेक्टर एमके नार्जारी ने बताया कि पहले चरण में सुकना तक ट्वाय ट्रेन चलायी जा रही है।
25 अक्टूबर तक ट्वाय ट्रेन का परिचालन ऐसा ही रहेगा। इसके बाद रंगटंग तक इसका विस्तार किया जायेगा। उन्होंने बताया कि गोरखालैंड आंदोलन के दौरान रेलव ट्रैक व डीएचआर कार्यालय में हुए नुकसान की मरम्मत की जा रही है। मरम्मती कार्य पूरा होने के बाद सिलीगुड़ी जंक्शन से दार्जिलिंग तक ट्वाय ट्रेन का परिचालन शुरू हो जायेगा।