मुंबई। महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने कोकण विभागीय आयुक्त के समक्ष पत्र देकर कहा है कि मनसे से शिवसेना में गए नगरसेवकों को अलग गुट के रूप में मान्यता न दी जाए, वहीं शिवसेना ने दावा करते हुए कहा है कि पूरी मनसे ही शिवसेना में विलीन हो गई है।
गौरतलब है कि मनसे के छह नगरसेवक क्रमश: अर्चना भालेराव, परमेश्वर कदम, अश्विनी मतेकर, दिलीप लांडे, हर्षल मोरे और दत्ताराम नरवणकर शुक्रवार को अपनी पार्टी को अलविदा कहते हुए शिवसेना में शामिल हो गए।
शिवसेना में शामिल हुए नगरसेवकों का अलग गुट बनाने की चर्चा चल रही है, इसी बीच मनसे ने कोकण विभागीय आयुक्त के पास पत्र भेजकर कहा है कि मनसे से अलग हुए नगरसेवकों को अलग गुट के रूप में मान्यता न दी जाए।
इसके जवाब में शिवसेना ने कहा है कि मनसे से छह नगरसेवक जो शिवसेना में आए हैं, उससे मनपा में पूरी मनसे शिवसेना में विलीन हो गई है तो अलग गुट का कोई मायने नहीं है।
शिवसेना ने अपनी बात रखते हुए कहा है कि पार्टी बंदी कानून के अनुसार दो तिहाई नगरसेवकों को स्वतंत्र गुट या दूसरी पार्टी में विलीनीकरण होता है। मनपा में मनसे के दो तिहाई नगरसेवकों से अधिक नगरसेवक शिवसेना में शामिल हुए हैंं। इससे मनपा में मनसे पूरी तरह से शिवसेना में विलीन हो चुकी है।