उदयपुर। पांच दिवसीय दीपोत्सव का उल्लास मंगलवार सुबह से शुरू हो गया। धन त्रयोदशी पर सुबह-सुबह आयुर्वेद दिवस व धन्वन्तरि भगवान का पूजन किया गया तो दोपहर होते-होते बाजारों में खरीदारी का उल्लास उमड़ पड़ा।
जहां घरों में कोर-कूंची का दौर चला, वहीं बाजारों में सजावटी फूलों की खरीदारी भी हुई ताकि घर-प्रतिष्ठान सजाए जा सकें। दोपहर बाद महंगे धातुओं की खरीद का दौर शुरू हुआ। मुख्य बाजारों में दोपहर में भी इतनी भीड़ थी कि दुपहिया वाहन भी सरक-सरक कर चले।
गाड़ियां रखने को जगह नहीं मिली। मुख्य सड़कों पर भी शोरूम सड़क तक आ जाने से मार्ग संकड़े हो गए। ऐसे में शहर में दिन भर के दौरान जगह-जगह यातायात अवरुद्ध हुआ। त्योहारी जाम होने से लोग इसे नजरअंदाज करते चले। ठण्डा पड़ा आतिशबाजी का बाजार भी धनतेरस को गुलजार नजर आया।
बुधवार को रूपचतुर्दशी मनाई जाएगी। गुरुवार को दीप पर्व पर दीप मालिकाएं सजेंगी। अतिशबाजी होगी। दीपावली के अगले दिन खेखरा मनाया जाएगा। गोवर्धन पूजा होगी और श्रीनाथजी सहित विभिन्न मंदिरों में अन्नकूट उत्सव होंगे। पांचवां दिन भाई दूज का रहेगा।