जोधपुर। शहर में रंगदारी और अवैध वसूली के लिए हो रही फायरिंग की घटनाओं और वासुदेव हत्याकांड के एक मुख्य अभियुक्त हरेंद्र उर्फ हीरा जाट से पुलिस को महत्वपूर्ण जानकारियां मिली हैं। पूछताछ में पता लगा कि उसका कुख्यात अपराधी गैंगस्टर लारेंस विश्रोई से संपर्क रहा है। रंगदारी व अवैध वसूली का खेल उसके इशारे पर ही हुआ है।
पुलिस ने हरेंद्र जाट के साथ लारेंस के छोटे भाई अनमोल को भी बुधवार की रात में अहमदाबाद से गिरफ्तार किया था। दोनों अभियुक्तों से शास्त्रीनगर पुलिस पूछताछ कर रही है। अब पुलिस को शूटर भोमाराम की तलाश है। ट्रैवल एजेंसी संचालक मनीष जैन, हैण्डीक्राफ्ट व्यवसायी रितेश लोहिया के घर के बाहर हुई फायरिंग की घटनाओं के बारे में पूछताछ की जा रही है।
मार्च में ट्रैवल एजेंसी संचालक मनीष जैन, डॉक्टर सुनील चांडक और इसके बाद हैण्डीक्राफ्ट व्यवसायी रितेश लोहिया के घर बाहर फायरिंग की घटना हुई थी। पुलिस ने प्रकरण से जुड़े कई लोगों को गिरफ्तार भी किया। मगर शेरगढ़ के दासानिया के हरेंद्र उर्फ हीरा जाट को पुलिस पकड़ऩे में नाकाम साबित हो रही थी।
इन घटनाओं के बाद सरदारपुरा सी रोड पर मोबाइल व्यवसायी वासुदेव इसरानी की गत 19 सितम्बर को गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसमें मुख्य अभियुक्त के तौर हरेंद्र और उसके साथ लोहावट के भीमसागर निवासी भोमाराम विश्नोई का पता लगा था। इन फायरिंग की घटनाओं में भी हरेंद्र का हाथ होने की संभावना के चलते शास्त्रीनगर पुलिस ने उसे व लारेंस के भाई अनमोल को गिरफ्तार कर पूछताछ आरंभ की है।
रंगदारी के लिए लारेंस से संपर्क
पुलिस की आरंभिक पूछताछ में पता लगा है कि हरेंद्र का लारेंस से काफी लंबे समय से संपर्क रहा है। जोधपुर जेल में यह लोग संपर्क में आए हैं। इसके बाद लारेंस ने जोधपुर में अपना नेटवर्क फैलाने के लिए हरेंद्र के साथ अन्य स्थानीय बदमाशों को भी जोड़ऩा शुरू कर दिया।