Warning: Undefined variable $td_post_theme_settings in /www/wwwroot/sabguru/sabguru.com/news/wp-content/themes/Newspaper/functions.php on line 54
jila pramukh will share stage during inaudgration of student union office in sirohi
Home Latest news छात्रसंघ उद्घाटन में मंत्री देवासी के अलावा जिला प्रमुख भी करेंगी मंच साझा!

छात्रसंघ उद्घाटन में मंत्री देवासी के अलावा जिला प्रमुख भी करेंगी मंच साझा!

0
छात्रसंघ उद्घाटन में मंत्री देवासी के अलावा जिला प्रमुख भी करेंगी मंच साझा!
otaram dewasi and jila pramukh payal parasrampuriya
otaram dewasi and jila pramukh payal parasrampuriya

सबगुरु न्यूज-सिरोही। राजकीय महाविद्यालय के छात्रसंघ के गुरुवार को होने वाले उद्घाटन समारोह में गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी, सभापति ताराराम माली और भाजपा जिलाध्यक्ष लुम्बाराम के साथ-साथ जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया भी मंच साझा करेंगी। छात्रसंघ कार्यालय के के उद्घाटन समारोह के लिए वितरीत किए गए आमंत्रण पत्र में इन सभी का नाम होना चर्चा का केन्द्र बन चुका है।

इसी छात्रसंघ चुनाव में अपनी जाति के निर्दलीय प्रत्याशी को जिताने के लिए एक अन्य समाज की अध्यक्ष पद की प्रत्याशी को हराने का आरोप लगाते हुए एबीवीपी प्रत्याशी के समाज के कई बंधुओं ने गोपालन राज्यमंत्री ओटाराम देवासी को पुतला दहन भी किया था। इनके साथ करीब आधा दर्जन नेताओं का नाम एबीवीपी प्रत्याशी को हराने में जुडा था।

अब एबीवीपी प्रत्याशी को हराने वाले अध्यक्ष के छात्रसंघ में एबीवीपी के दो प्रत्याशियों के शामिल होने के बहाने से भाजपा के कई कद्दावर नेताओं का छात्रसंघ कार्यालय उद्घाटन का उद्घाटन करना और इसमें जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया का भी शामिल होना चर्चा का विषय बन गया है। इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए एक दलील यह भी दी जा रही है कि इस पैनल में दो प्रत्याशी एबीवीपी के हैं। लेकिन, इन नेताओं की यह दलील हारी हुई प्रत्याशी के समाजबंधुओं को संतुष्ट कर पाएगी ऐसा मुश्किल प्रतीत हो रहा है।

वैसे इस आमंत्रण पत्र में जिन भाजपा नेताओं के नाम अंकित हैं उनमें ओटाराम देवासी के साथ-साथ स्वयं जिला प्रमुख पायल परसरामपुरिया, जिलाध्यक्ष लुम्बाराम चैधरी और सभापति ताराराम माली को 18 दिसम्बर के बाद प्रदेश में शुरू होने वाली चुनावी गतिविधि के दौरान सिरोही विधानसभा क्षेत्र में भाजपा के टिकिट का दावेदार माना जा रहा है। अब यह एबीवीपी प्रत्याशी की हार के बाद 8 हजार से ज्यादा वोटों की नाराजगी का बोझ सह पाएंगे या नहीं यह समय तय करेगा।