ढाई आखर प्रेम का, पढ़े सो पंडित होय
-दोपहर में हुई भव्य चौका आरती
सबगुरू न्युज उदयपुर। ‘ढाई आखर प्रेम का, दोहे से दुनिया को प्रेम और सद्भाव का पाठ पढ़ाने वाले संत कबीर दास की वाणी का शुक्रवार को उदयपुर के बीएन विश्वविद्यालय मैदान में बखान हुआ। यहां चल रहे कबीर पंथ संत समागम के तीन दिवसीय आयोजन का शुक्रवार को अंतिम दिन था। दोपहर में भव्य एकोत्तरी चौका आरती हुई। इसके लिए सुबह से तैयारियां शुरू कर दी गईं।
सद्गुरु कबीर धर्मदास वंशावली पंच शताब्दी महोत्सव के तहत हो रहे इस आयोजन में एकोत्तरी चौका आरती कबीर पंथ के आचार्यश्री हुजूर प्रकाश मुनि नाम साहेब ने की। इस महायज्ञ में संत प्रकाश मुनि ने मुख्य पूजा व आरती की, जिसमें 101 महंत भी गद्दी पर विराजमान थे। महायज्ञ एकोत्तरी चौका आरती के दौरान 101 दीपक प्रज्वलित किए गए। साथ ही 101 कलश को भी प्रकाशित किया गया। सद्गुरु कबीर मंडल उदयपुर राजस्थान के महंत पर्वत दास साहेब ने बताया कि एकोत्तरी चौका आरती एक विशेष महत्व का धार्मिक अनुष्ठान है जिसमें 101 मंत्रों के जप के साथ आरती होती है। इसमें अनुयायी अपने कुल देवता के लिए विशेष पूजा पाठ करते हैं। चौका आरती के बाद संत समागम में पधारे साधु संतों का वंदन-अभिनंदन किया गया। समागम के अंतिम दिन गुरु महिमा पाठ एवं पूनो महात्म्य पाठ किया। महायज्ञ में साधु संतों ने विश्व शांति के लिए विशेष अनुष्ठान किए।