बेगूसराय। बिहार में बेगूसराय जिले के सिमरिया के गंगा तट पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर शनिवार को गंगा स्नान के दौरान मची भगदड़ में तीन बुजुर्ग महिलाओं की मौत हो गई, जबकि कई अन्य घायल हो गए। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपए मुआवजा देने की घोषणा की है।
बेगूसराय के सहायक पुलिस अधीक्षक मिथिलेश कुमार ने यहां भगदड़ की घटना से इनकार करते हुए कहा कि अत्यधिक भीड़ होने के कारण हनुमंत चौक के पास अफरा-तफरी मच गई, जिससे तीन महिलाओं की मौत हो गई है।
मृतकों की पहचान नालंदा के सुंदर बिगहा निवासी कृष्ण प्रसाद की पत्नी कंचन देवी (70), सीतामढ़ी जिले के माधोपुर के योगेंद्र झा की पत्नी त्रिवेणी देवी (70) और दरभंगा के तेघराही गांव निवासी मंटुन मंडल की पत्नी शकुंती देवी (80) के रूप में की गई है।
पुलिस के एक अधिकारी ने बताया कि इस घटना में लगभग दर्जनभर लोग घायल हो गए हैं, जिन्हें एक स्थानीय निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस घटना पर शोक जताते हुए मृतकों के परिजनों के लिए चार-चार लाख रुपये बतौर अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है। विपक्ष ने इस घटना के लिए राज्य सरकार को जिम्मेदार ठहराया है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद ने हादसे को लेकर ट्वीट किया कि मृतकों के परिजनों के लिए प्रार्थना। प्रशासनिक स्तर पर भी भीड़ को देखते हुए कोई खास इंतजाम नहीं थे। नीतीश सरकार को जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
बिहार में गंगा घाटों पर कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर लाखों श्रद्धालु स्नान के लिए इकट्ठा होते हैं। सिमरिया के गंगा तट पर अभी कल्पवास और तुलार्क महाकुंभ के कारण पहले से ही लाखों लोग जुटे हुए हैं। कार्तिक पूर्णिमा के कारण शनिवार को भीड़ काफी बढ़ गई।
पुलिस अधिकारी कुमार ने बताया कि अभी स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में हैं। क्षेत्र में पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं।