जयपुर। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि दुनिया उम्मीद के साथ भारत को देख रही है और चाहती है कि हमारा देश दूसरे देशों को रास्ता दिखाए। राजस्थान की राजधानी जयपुर के चित्रकूट स्टेडियम में आयोजित एक समारोह स्वर गोविंदम में उन्होंने कहा कि दुनिया प्रयोगों से परेशान हो चुकी है और उसकी भारत से उम्मीदें हैं कि वह दुनिया का नेतृत्व करे।
रविवार को जयपुर में सेवा भारती समिति की नई इमारत सेवा सदन के उदघाटन के बाद लोगों को संबोधित कर रहे भागवत ने कहा कि दुनिया पूर्व में भारत तथा चीन की ओर देख रही है, लेकिन चीन को लेकर संदेह हैं और दुनिया की निगाहें पूरी उम्मीद के साथ भारत पर लगी हैं।
भागवत ने कहा कि इसके लिए देश में अच्छे कामों को आगे बढ़ाए जाने की जरूरत है ताकि देश अच्छे कार्यों के संदर्भ में एक विश्व प्रमुख बन सके।
भागवत ने कहा कि लोगों की, समाज की और देश की सेवा की जानी चाहिए, न कि उसका प्रचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि आरएसएस भी लोगों की और समाज की सेवा कर रहा है। संघ का काम सेवा करना है।
भागवत ने साल 2015 में नेपाल में आए भूकंप के दौरान भारत की ओर से दी गई सहायता का उदाहरण देते हुए कहा कि तकनीक ने कम से कम समय में जरूरतमंद लोगों तक पहुंचने की दूरी को कम किया है।
उन्होंने नव निर्मित सेवा भारती के भवन में सेवा भारती के कार्यकर्ताओं को सकारात्मक वातावरण पैदा करने आह्वान किया। कार्यक्रम में मोहन भागवत ने शहीदों की वीरांगनाओं का सम्मान किया।
इस अवसर पर राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि राज्य में सेवा के जरिए सांप्रदायिक सदभाव को बढ़ावा देने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि सेवा प्रचार के जरिये नहीं बल्कि खामोशी से की जाती है तब ही उसे सेवा माना जाता है। राजे ने कहा कि करीब 600 करोड़ रुपए की लागत से प्रदेश में मंदिरों का विकास, धरोहर संरक्षण का काम हो रहा है।
कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी और केंद्रीय मंत्री एवं बीजेपी से राज्यसभा के उम्मीदवार अल्फांस, पूर्व जस्टिस महेश चंद शर्मा, जयपुर मेयर अशोक लाहोटी, विधायक नरपत सिंह राजवी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री अरुण चतुर्वेदी, उच्च तकनीकी शिक्षा मंत्री किरण माहेश्वरी, शिक्षा राज्य मंत्री वासुदेव देवनानी, जयपुर सांसद रामचरण बोहरा, करौली-धौलपुर सांसद मनोज राजौरिया सहित बीजेपी के कई मंत्री, विधायक, जनप्रतिनिधि और आरएसएस पदाधिकारी व स्वयंसेवक मौजूद थे।