मुंबई। महाराष्ट्र के जल संसाधन मंत्री गिरीश महाजन ने सोमवार को अपनी अश्लील टिप्पणी के लिए माफी मांगी और कहा कि उनका उद्देश्य महिलाओं की भावना को आहत करना नहीं था। उन्होंने रविवार को आयोजित एक कार्यक्रम मे कहा था कि बिक्री बढ़ाने के लिए शराब ब्रांडों के नाम महिलाओं के नाम पर होने चाहिए।
इस बयान के बाद गठबंधन सरकार में शामिल घटक दल, शिवसेना और अधिकांश विपक्षी पार्टियां जैसे कांग्रेस, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, और आम आदमी पार्टी ने महाजन पर निशाना साधा। चौतरफा आलोचनाओं से घिरे महाजन को सोमवार को इसके लिए माफी मांगनी पड़ी।
उन्होंने हालांकि कहा कि उन्होंने हल्के अंदाज में यह बयान दे दिया था और रविवार के कार्यक्रम में ही इसे स्पष्ट कर दिया था।
महाजन ने रविवार को एक सहकारी गन्ना फैक्ट्री में आयोजित एक कार्यक्रम में कहा था कि बिक्री बढ़ाने के लिए शराब ब्रांडों के नाम महिलाओं के नाम पर होने चाहिए।
उन्होंने कहा कि सुगर फैक्ट्री के चेयरमैन ने मुझे बताया कि उनकी भट्टी में उत्पादित शराब ब्रांड के लिए बाजार उपलब्ध नहीं है.. मैंने उनके ब्रांड का नाम पूछा और उन्होंने इसका नाम ‘महाराजा’ बताया। उसके बाद मैंने उन्हें बिक्री बढ़ाने के लिए इसका नाम ‘महारानी’ करने का सुझाव दिया।
उन्होंने अन्य शराब ब्रांडों जैसे जूली, बॉबी और दिंगरी का उदाहरण देते हुए कहा कि ये उत्पाद अच्छा व्यापार कर रहे हैं और एक बार ‘महाराजा’ नाम बदलकर ‘महारानी’ कर दिया जाएगा तो इसकी बिक्री बढ़ जाएगी।
उन्होंने इससे भी एक कदम आगे बढ़ते हुए कहा कि जिन तंबाकू उत्पादों के नाम महिलाओं के नाम पर हैं, वे भी अच्छा व्यापार कर रहे हैं। इस बयान की कांग्रेस समेत सभी विपक्षी दलों ने आलोचना की है।