बेंगलुरू। आम आदमी पार्टी से निकाले जा चुके योगेंद्र यादव ने बुधवार को यह कहकर सभी को चौंका दिया कि उन्हें पार्टी की ओर से अभी तक निष्कासन आदेश नहीं मिला है।
पार्टी से निकाले जाने की सूचना उन्हें मीडिया से मिली थी। योगेंद्र यादव और प्रशांत भूषण सहित चार नेताओं को पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते 20 अप्रैल की रात को पार्टी से निकाल दिया गया था।
स्वराज अभियान की शुरूआत के लिए यहां पहुंचे योगेंद्र ने कहा कि उन्हें आप से निकाले हुए एक सप्ताह से अधिक बीत चुका है लेकिन अभी तक उन्हें पार्टी से निकाले जाने का आदेश नहीं मिला है।
उन्होंने कहा कि अनुशासनात्मक समिति द्वारा हमारे मामले की जांच की बात कही गयी थी, लेकिन उन्होंने कोई आदेश नहीं दिया। यादव ने कहा कि पार्टी से निकाले जाने की सूचना उन्हें मीडिया के माध्यम से हुई थी।
दिल्ली के कानून मंत्री जितेंद्र सिंह तोमर के कथित फर्जी डिग्री मामले पर यादव ने कहा कि जब हम पीएसी के सदस्य थे उस समय हमने चार मामलों की जांच की मांग उठाई थी।
तोमर का मामला उनमें से एक है और यह दो माह पहले की बात है। उन्होंने कहा कि पार्टी ने यदि उस समय इसकी जांच कर ली होती तो आज पार्टी को शर्मनाक स्थिति से जूझना नहीं पडता।