जकार्ता। भारी विरोध के बाद भी इंडोनेशिया में आठ ड्रग तस्करों को गोली मार दी, जबकि वहीं फिलीपींस के एक तस्कर को आखिरी मौके पर छोड़ दिया गया। मेरी जेन नाम की यह ड्रग तस्कर उन नौ लोगों में शामिल थी जिन्हें गोली से मारे जाने का आदेश हुआ था।
अटॉर्नी जरनल के प्रवक्ता टोनी स्पोन्टाना ने बताया कि मेरी जेन को नौकरी देने वाले ने फिलीपींस पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया जिसके बाद अंतिम समय में मेरी जेन को गोली मारने के फैसले को स्थगित कर दिया गया। उन्होंने बताया कि इस मामले में फिलीपींस के राष्ट्रपति ने भी आग्रह किया था। इसके साथ ही उन्होंने अंदेशा जताया कि यह मानव तस्करी का मामला हो सकता है।
इन तस्करों को मिली इस सजा का दुनियाभर में जबर्दस्त विरोध हो रहा था। विदेशियों के परिजनों ने दया की याचिका भी दायर की थी। भारी दबाव के बाद भी इंडोनेशियाई सरकार ने अपना इरादा नहीं बदला। फांसी टलने की आखिरी उम्मीद खत्म होने के बाद रोते-बिलखते परिजनों ने इंडोनेशिया की जेल में उन्हें आखिरी विदाई दी।
गौरतलब है कि ये सभी आठ ड्रग तस्कर ऑस्ट्रेलिया, नाइजीरिया, ब्राजील, फिलीपींस और इंडोनेशिया के नागरिक थे। ऑस्ट्रेलियन कैदी मयूरन सुकुमार और एंड्र्यू चान की मौत की सजा टालने के लिए ऑस्ट्रेलिया में भी जमकर प्रदर्शन हुए। सैकड़ों लोग ऑस्ट्रेलिया की सरकार पर दबाव बढ़ाने के लिए सड़कों पर उतरे।
their families paid them emotional final visit before their executio