नई दिल्ली। दिल्ली में लगातार हवा की गुणवत्ता के बदतर होने के बावजूद उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त पर्यावरण प्रदूषण नियंत्रण प्राधिकरण (ईपीसीए) ने गुरुवार को राजधानी में ट्रकों के प्रवेश और निर्माण गतिविधियों पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है।
सेंटर फॉर साइंस एंड एन्वायरमेंट (सीएसई) में एक शोधकर्ता व ईपीसीए के सदस्य उस्मान नसीम ने बताया कि ट्रकों के प्रवेश व निर्माण गतिविधियों से प्रतिबंध को हटा दिया गया है, लेकिन डीजल जनरेटर सेटों पर प्रतिबंध बरकरार है।
बता दें कि दिल्ली में वायु प्रदूषण के चलते दिल्ली में ट्रकों की एंट्री को बैन कर दिया गया था जिसके बाद से दिल्ली के बॉर्डर पर करीब 70 हजार ट्रक जमा हो गए थे।
दिल्ली में प्रदूषण के चलते एनजीटी ने निर्माण काम पर भी रोक लगा दी थी जिसे हटा दिया गया है। इतना ही नहीं दिल्ली में पार्किंग फीस चार गुना बढ़ाने का फैसला भी वापस ले लिया गया है। ईपीसीए के ये तीनों आदेश गुरुवार सुबह आठ बजे से लागू हो गए।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने ईपीसीए प्रमुख को चिट्ठी लिखकर कहा है कि प्रदूषण कम करने के लिए ऑड-ईवन केवल दिल्ली में नहीं एनसीआर में भी लागू किया जाए। ईपीसीए एनसीआर में ऑड-ईवन लागू करने पर चुप रहा है। उन्होंने कहा कि जीआरएपी लागू करना केवल दिल्ली नहीं बल्कि एनसीआर की भी जिम्मेदारी है।