नई दिल्ली। एक मई का दिन रसोई गैस उपभोक्ताओं के लिए राहत देने वाला साबित हुआ। सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों ने शुक्रवार को गैर सब्सिडी वाले सिलेंडर पर पांच रुपए कटौती की है।
इसके अलावा इंटरनेशनल मार्केट में तेजी को देखते हुए एविएशन जेट फ्यूल (एटीएफ) के दाम में मामूली बढ़ोतरी का ऐलान किया है।
सार्वजनिक क्षेत्र की खुदरा ईधन की कंपनी ने दिल्ली में घरेलू रसोई गैस का मूल्य ५ रुपए घटाकर 616 रुपए प्रति सिलेंडर करने की घोषणा की। घरेलू रसोई गैस के 14.2 किलोग्राम के प्रति सिलेंडर पर एक मार्च को पांच रुपए और एक अप्रेल को 11 रुपए प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई थी।
दिल्ली में घरेलू रसोई गैस कनेक्शन वाले परिवार 417 रुपए की दर से प्रत्येक 14.2 किलोग्राम के साल भर में सब्सिडी वाले 12 सिलेंडर लेने के हकदार है। अगर वे इससे अधिक अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिये रसोई गैस के सिलेंडर लेते है तो उन्हें अब दिल्ली में 616 रुपए प्रति सिलेंडर की दर से भुगतान करना होगा।
मुंबई में गैर सब्सिडी वाले वाले सिलेंडर के दाम में 4.50 रुपए की कटौती की गई और अब इसका नया मूल्य 627.50 रुपए प्रति सिलेंडर निर्धारित किया गया है। इसी प्रकार से गैर सब्सिडी वाले घरेलू रसोई की कीमत कोलकाता में 649 रुपए और चेन्नई में 608.50 रुपए प्रति सिलेंडर होगी। कोलकाता और चेन्नई में साढ़े पांच साढ़े पांच रुपए घटाए गए है। देश के अन्य शहरों में गैर सब्सिडी वाले घरेलू रसोई गैस के सिलेंडर की कीमत वहां के स्थानीय कर या मूल्य वर्धित कर पर निर्भर है।
ऑयल कंपनियों ने विमान ईंधन का दाम दिल्ली में 272 रुपए प्रति किलोलीटर बढ़ाकर 49,609.84 प्रति किलोलीटर कर दिया है। दिल्ली में इस प्रकार से मात्र 0.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई। पिछले साल विमान ईंधन के दाम में दो प्रतिशत की कमी करने के बाद अब यह मामूली वृद्धि की गई है। विमान परिचालन लागत में विमान ईंधन का 40 प्रतिशत से अधिक का हिस्सा होता है और इसके मूल्यों में कटौती से उसके नकदी का वित्तीय बोझ घटता है।
इंडियन ऑयल काम्रपोरेशन (आईओसी), भारत पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) , और हिन्दुस्तान पेट्रोलियम कॉर्पोरेशन (एचपीसीएल) जैसी सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनिया औसत आयातित लागत और रूपया-अमरीकी डालर विनिमय दर के आधार पर हर महीने की पहली तारीख को विमान ईंधन और गैर-सब्सिडी वाले सिलेंडर के मूल्य को तय करती हैं।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के तेजी से बढ़ते मूल्य और अमरीकी डालर के मुकाबले भारतीय रुपए की विनिमय दर में नरमी को देखते हुए सार्वजनिक क्षेत्र की तेल विपणन कंपनियों को पेट्रोल और डीजल के दाम में संशोधन करना पड़ा। कंपनी के सूत्रों के अनुसार अंतरराष्ट्रीय बाजार मे कच्चे तेल और अमरीकी डालर और रुपए की विनिमय दर की निगरानी की जा रही है और आगे भी इसका प्रभाव घरेलू बाजार पर पड़ेगा।
तेल कंपनियों ने 30 अप्रेल और एक मई की आधी रात से पेट्रोल के दाम में 3.96 रुपए प्रति लीटर का इजाफा किया जबकि डीजल के दाम में 2.37 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की। दिल्ली में पेट्रोल का दाम 63.16 रुपए प्रति लीटर और डीजल का 49.57 रुपए प्रति लीटर हो गया। इससे पहले 16 अप्रेल को पेट्रोल के मूल्य में 80 पैसे प्रति लीटर और डीजल के दाम में 1.30 रूपये प्रति लीटर की कटौती की गई थी।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के अंतर्गत पेट्रोलियम नियोजन और विश्लेषण प्रकोष्ठ (पीपीएसी) ने अप्रह्यल, 2015 के दौरान कच्चे तेल और पेट्रोलियम उत्पादों के अंतर्राष्ट्रीय मूल्यों की समीक्षा की है। मई, 2015 से प्रभावी पीडीएस कैरोसिन और घरेलू रसोई गैस को लागत से कम मूल्य पर देने से क्रमश: 16.32 रुपए प्रति लीटर और 198.18 रुपए प्रति सिलेंडर का नुकसान होगा।
पिछले महीने पीडीएस कैरोसीन पर 15.73 रुपए प्रति लीटर का नुकसान हुआ था। 198.18 रुपए प्रति सिलेंडर सरकार डीबीटीएल के तहत नकदी सब्सिडी रूप में उपभोक्ताओं को देगी जबकि इससे पहले 203.18 रुपए प्रति सिलेंडर की नकदी सब्सिडी दी गई थी। वित्तीय वर्ष 2014-15 के लिए अंडर-रिकवरी 72,314 करोड़ रुपए रही है जबकि 2013-14 के पूरे वर्ष के लिए यह राशि 1,39,869 करोड़ रुपए रही थी।