नागपुर। श्रीलंकाई टीम यहां विदर्भ क्रिकेट संघ स्टेडियम में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट मैच के पहले दिन भारतीय गेंदबाजों के सामने नतमस्तक दिखी। रविचंद्रन अश्विन (67-4), ईशांत शर्मा (37-3) और रवींद्र जडेजा (56-3) की तिगड़ी ने मेहमान टीम को पहली पारी में 205 रनों पर ही ढेर कर दिया।
श्रीलंका के लिए दिन में अच्छी बात यह रही कि उसने दिन का खेल खत्म होने तक भारत को फेंके गए आठ ओवरों में 11 रन बनाने दिए और लोकेश राहुल (7) के रूप में एक सफलता हासिल की।
स्टम्प्स तक चेतेश्वर पुजारा और मुरली विजयी दो-दो रन बनाकर क्रिज पर खड़े हुए हैं। श्रीलंका को लाहिरू गमागे ने चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर सात के कुल स्कोर पर सफलता दिलाई।
इससे पहले, भारतीय गेंदबाज पूरी तरह से श्रीलंका पर हावी रहे। पहले सत्र में श्रीलंका ने 27 ओवरों में 1.40 की औसत से सिर्फ 47 रन ही बनाए और दो विकेट खो दिए थे। दूसरे सत्र में उसने अपने खाते में 104 रनों का इजाफा किया। दिन के तीसरे सत्र में वह सिर्फ 54 जोड़ सकी।
पहले सत्र में भारतीय गेंदबाजों ने श्रीलंकाई बल्लेबाजों पर अंकुश लगाए रखा और आसानी से रन नहीं बनाने दिए। हालांकि शुरुआत में श्रीलंका ने तकरीबन चार की औसत से रन बनाए थे। उसका पहला विकेट 4.5 ओवर में 20 के कुल स्कोर पर सादिरा समाराविक्रमा (13) के रूप में गिरा।
मोहम्मद शमी के चोटिल होने के बाद इस मैच में उतरे ईशांत ने समाराव्रिकमा को चेतेश्वर पुजारा के हाथों स्लिप में कैच कराया। इसके बाद मेहमान टीम की रनगति धीमी हो गई।
रविचंद्रन अश्विन ने भारत को दूसरी सफलता दिलाई। उन्होंने लाहिरू थिरिमाने (9) को बोल्ड कर श्रीलंका को दूसरा झटका दिया। 26वें ओवर के रूप में अपना पहला ओवर लेकर आए रवींद्र जडेजा ने दिमुथ करुणारत्ने (51) को रिद्धिमान साहा के हाथों स्टम्पिंग कराया लेकिन यह नो बाल निकली।
दूसरे सत्र में श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और सत्र के तीसरे ओवर में ही उसने अनुभवी बल्लेबाज और पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज (10) का विकेट खो दिया।
करुणारत्ने ने यहां से कप्तान दिनेश चंडीमल (57) के साथ चौथे विकेट के लिए 62 रनों की साझेदारी करते हुए टीम को संभालने की कोशिश की, लेकिन ईशांत ने 51वें ओवर की आखिरी गेंद पर करुणारत्ने को पगबाधा आउट कर मेहमान टीम को बड़ा झटका दिया।
इससे पहले करुणारत्ने इस साल 1000 रन बनाने वाले दूसरे सालमी बल्लेबाज बने। उनसे पहले दक्षिण अफ्रीका के डीन एल्गर ऐसा कर चुके हैं। करुणारत्ने ने अपनी पारी में 147 गेंदों का सामना किया और छह चौके लगाए।
तीसरे सत्र की शुरुआत में ही निरोशन डिकवेला (24) को जडेजा ने ईशांत के हाथों कैच कराया। वह 160 के कुल स्कोर पर आउट हुए। पांच रन बाद दासुन शनाका (2) को अश्विन ने बोल्ड किया। जडेजा ने दिलरूवान परेरा को अपना तीसरा शिकार बनाया।
इस बीच कप्तान चंडीमल ने अपना अर्धशतक पूरा कर लिया। लेकिन वह पाचस रन पूरा करने के बाद विकेटों के पतझड़ में ज्यादा देर तक बच नहीं सके और अश्विन की गेंद पर 184 के कुल स्कोर पर पगबाधा करार दे दिए गए। उन्होंने अपनी संयम भरी पारी में 122 गेंदों का सामना किया और एक छक्का लगाया।
205 के कुल स्कोर पर श्रीलंका ने अपने आखिरी दो विकेट खोए। ईशांत ने सुरंगा लकमल (17) को विकेट के पीछ साहा के हाथों कैच कराया। तो अगले ही ओवर की पहली गेंद पर हेराथ अश्विन का शिकार बने। स्लिप पर रहाणे ने उनका शानदार कैच पकड़ा।