नई दिल्ली। कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को गुजरातियों पर 2,41,000 करोड़ रुपए के कर्ज के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि मोदी के कुप्रबंधन और प्रचार पर किए गए अंधाधुंध खर्च की वजह से गुजरातियों पर कर्ज बढ़ा है, तो इसकी सजा राज्य के लोगों को क्यों मिलनी चाहिए।
राहुल ने ट्वीट किया कि 1995 में गुजरात पर कुल कर्ज 9,183 करोड़ रुपए था। 2017 में गुजरात पर कुल कर्ज बढ़कर 2,41,000 करोड़ रुपए हो गया। इसका मतलब है कि हर गुजराती पर 37,000 रुपए का कर्ज है। आपके कुप्रबंधन और प्रचार के लिए गुजरात को ही क्यों दंडित किया जाए?
राहुल ने एक और ट्वीट में कहा कि 22 सालों का हिसाब, गुजरात मांगे जवाब। गुजरात की हालत पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दूसरा सवाल।
गुजरात विधानसभा चुनाव होने तक रोजाना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से एक सवाल पूछने की कांग्रेस की रणनीति के मद्देनजर राहुल ने यह सवाल किया है।
राहुल ने बुधवार को मोदी के 2012 के उस वादे की याद दिलाई, जिसमें उन्होंने राज्य के लोगों को 50 लाख नए घर उपलब्ध कराने का वादा किया था।
राहुल ने ट्वीट किया कि साल 2012 में 50 लाख नए घर मुहैया कराने का वादा किया गया था। लेकिन पांच वर्षो में सिर्फ 4.72 लाख घर ही बनाए गए। क्या प्रधानमंत्री बताएंगे कि उन्हें अपने वादे पूरे करने में अतिरिक्त 45 वर्ष लगेंगे? गुजरात में पिछले दो दशकों से भाजपा की सरकार है।
राज्य की 182 सदस्यीय विधानसभा के लिए दो चरणों में चुनाव होंगे। पहले चरण का चुनाव नौ दिसंबर को, जबकि दूसरे चरण का चुनाव 14 दिसंबर को होगा। मतगणना 18 दिसंबर को होगी।