नई दिल्ली। फिरोजशाह कोटला मैदान पर खेले जा रहे तीसरे और निर्णायक टेस्ट मैच के चौथे दिन मंगलवार को भारत द्वारा रखे गए 410 रनों के लक्ष्य के सामने श्रीलंकाई टीम अच्छी शुरूआत नहीं कर पाई है।
दिन का खेल खत्म होने तक उसने अपनी दूसरी पारी में 16 ओवरों में 33 रनों पर ही अपने तीन विकेट खो दिए हैं। भारत ने दिन के तीसरे सत्र में अपनी दूसरी पारी पांच विकेट पर 246 रनों पर घोषित कर दी। इसके साथ भारत ने श्रीलंका के सामने जीत के लिए 410 रनों का लक्ष्य रखा।
मेहमान टीम अभी भी 379 रन पीछे है जबकि उसके सात विकेट सुरक्षित हैं। भारत के सीरीज 2-0 से जीतने देने रोकने के लिए मेहमान टीम को बुधवार को पूरे तीन सत्र बल्लेबाजी करनी है।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की शुरूआत खराब रही और उसने 14 रनों के कुल स्कोर पर सदिरा समाराविक्रम (5) के रूप में अपना पहला विकेट खोया। मोहम्मद शमी की शानदार बाउंसर उनके दस्तानों को छूकर स्लिप में खड़े अंजिक्य रहाणे के हाथों में जा समाई।
दिमुथ करुणारत्ने (13) को रवींद्र जडेजा ने विकेटकीपर रिद्धिमान साहा के हाथों कैच कराया। जडेजा ने तीन गेंद बाद सुरंगा लकमल को बोल्ड कर श्रीलंका को तीसरा झटका दिया।
धनंजय डी सिल्वा 13 रनों पर नाबाद लौटे। मैथ्यूज ने एक गेंद खेली है। उन्हें अभी खाता खोलना बाकी है। भारत ने इसी के साथ अपनी लगातार नौवीं टेस्ट सीरीज की तरफ कदम बढ़ा लिए हैं।
इससे पहले, भारत ने अपनी पहली पारी सात विकेट के नुकसान पर 536 रनों पर घोषित करने के बाद श्रीलंका को उसकी पहली पारी में 373 रनों पर सीमित किया और अपनी पहली पारी के आधार पर 163 रनों की बढ़त ले ली थी।
मेजबान टीम ने दूसरी पारी में शिखर धवन (67), कप्तान विराट कोहली (50) और रोहित शर्मा (नाबाद 50) के दम पर दूसरी पारी दिन के आखिरी सत्र में 245 रनों पर घोषित करते हुए मेहमान टीम को विशाल लक्ष्य दिया।
भारत ने चायकाल तक तीन विकेट के नुकसान पर 192 रन बनाए। तीसरे सत्र में कोहली ने अपना अर्धशतक पूरा किया। इस अर्धशतक को पूरा करने के साथ ही कोहली ने इस मैच में एक और रिकार्ड अपने नाम किया। वह तीन टेस्ट सीरीज में 600 से अधिक रन बनाने वाले पहले भारतीय बल्लेबाज बन गए हैं।
इस सीरीज में उन्होंने 610 रन बनाए हैं। इससे पहले उन्होंने आस्ट्रेलिया के जडेजा खिलाफ 2014-15 में 692, इंग्लैंड के खिलाफ 2016-17 में 655 रन बनाए थे।
कोहली हालांकि, अर्धशतक पूरा करने के बाद लाहिरू गमागे की गेंद पर सुरंगा लकमल के हाथों लपके गए। उन्होंने 58 गेंदों में तीन चौके लगाए। इसके बाद रोहित ने इस मैच में अपना अर्धशतक पूरा किया और इसी के साथ कोहली ने पारी घोषित कर दी। रोहित ने अपनी नाबाद पारी में 49 गेंदें खेलीं और पांच चौके जड़े। चार रनों पर नाबाद लौटे।
इससे पहले, भारत ने दिन के पहले सत्र में मुरली विजय (9) और अंजिक्य रहाणे के विकेट खोए। विजय को लकमल ने आउट किया। तो रहाणे स्पिनर दिलरुवान परेरा की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने प्रयास में लोंग ऑन पर लक्षण संदाकान के हाथों लपके गए। इससे पहले उन्हें अंपायर ने दो बार आउट दे दिया था लेकिन रिव्यू में वह बच गए।
यहां से पुजारा (49) और अपना जन्मदिन बना रहे धवन ने चौथे विकेट के लिए 77 रनों की साझेदारी की। पुजारा को अर्धशतक से एक रन पहले धनंजय ने स्लिप पर एंजेलो मैथ्यूज के हाथों कैच कराया। धवन संदाकान की गेंद को निकल कर मारने के प्रयास में चूक गए और निरोशन डिकवेला ने उन्हें स्टम्प कर दिया। उन्होंने अपनी पारी में 97 गेंदें खेलीं और पांच चौकों के साथ एक छक्का लगाया।
श्रीलंकाई टीम के तकरीबन सात खिलाड़ी एक बार फिर चौथे दिन फील्डिंग के दौरान मास्क पहन कर उतरे थे। लकमल ने इसी दौरान मैदान पर उल्टी की थी जिसके बाद उन्होंने छठे ओवर में मैदान से बाहर जाना पड़ा, हालांकि उन्होंने 10वें ओवर में वापसी की। शमी ने भी दिन का खेल खत्म होने से कुछ देर पहले मैदान पर उल्टी की थी और वह मैदान से बाहर चले गए थे।
मेहमान टीम ने चौथे दिन की शुरूआत नौ विकेट के नुकसान पर 356 रनों के साथ की थी। भारत को उसे ऑल आउट करने के लिए सिर्फ एक विकेट की दरकार थी, जिसे ईशांत शर्मा ने दिन के छठे ओवर में उसकी झोली में डाला।
ईशांत ने श्रीलंकाई कप्तान दिनेश चंडीमल को धवन के हाथों थर्डमैन पर कैच कराया। श्रीलंका के लिए पहली पारी में कप्तान दिनेश चंडीमल ने सबसे ज्यादा 164 रन बनाए। यह उनके करियर का सर्वश्रेष्ठ स्कोर भी है। इसके अलावा, पूर्व कप्तान एंजेलो मैथ्यूज ने 111 रनों की पारी खेली। वह तीसरे दिन श्रीलंका के दिन के पहले और कुल चौथे विकेट के रूप में आउट हुए थे।
मैथ्यूज और चंडीमल ने चौथे विकेट के लिए 181 रनों की साझेदारी करते हुए श्रीलंका को संकट से उबारा था। भारत की तरफ से रविचंद्रन अश्विन और ईशांत ने तीन-तीन विकेट लिए। वहीं मोहम्मद शमी, रवींद्र जडेजा को दो-दो विकेट मिले।