गांधीनगर। चक्रवात ओखी के तमिलनाडु व केरल में तबाही मचाने के बाद गुजरात ओखी से उपजने वाली बुरी स्थिति के लिए तैयार है। ओखी मंगलवार आधी रात सूरत के नजदीक दस्तक दे सकता है।
अधिकारियों ने इलाके में बुधवार तक के लिए स्कूलों को बंद कर दिया है। तटरक्षकों ने सोमवार शाम समुद्र में मछली पकड़ने के लिए निकलीं गई 13,000 नौकाओं को वापस बुला लिया है।हालांकि, द्वारका की 700 नौकाएं व दूसरे जगहों की 300 नौकाएं अभी भी समुद्र में हैं।
राजस्व विभाग के प्रमुख सचिव पंकज कुमार ने संवाददाताओं से कहा कि हम उन्हें तटरक्षक की मदद से वापस लाने की उम्मीद करते हैं।
उन्होंने कहा कि राज्य किसी तरह के बदतर हालात से निपटने के लिए तैयार है। अभी चक्रवात ओखी सूरत से 390 किमी दूर है और इसके मध्यरात्रि के करीब शहर में दस्तक देने का अनुमान है।
अधिकारी ने कहा कि हवा की रफ्तार 60 से 70 किमी प्रति घंटा रहने की उम्मीद है या इसके तटवर्ती इलाकों सूरत व वलसाड में 80 किमी प्रति घंटे से ज्यादा होने की उम्मीद है।
राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की पांच टीमें व राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) की एक टीम को सूरत व दूसरे तटवर्ती इलाकों में तैनात किया गया है।
अधिकारियों ने 510 निर्माण स्थलों पर कार्यो को रोक दिया है। अधिकारियों ने छोटे टॉवरों को निर्बाध सेल्युलर सेवाओं के लिए खड़ा करने की तैयारी की है। ओखी के राज्य में दस्तक देने के दौरान समुद्री लहरों के दो मीटर से ज्यादा ऊपर जाने की उम्मीद है।