अहमदाबाद। भारत के तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह के दादा 75 वर्षीय संतोक सिंह यहां रविवार को मृत पाए गए। वह दो दिनों से लापता थे। अहमदाबाद पुलिस ने साबरमती रिवरफ्रंट पर बने दधीचि पुल के पास से उनका शव बरामद किया।
अपने क्रिकेटर पोते से मिलने के लिए 75 वर्षीय संतोक सिंह उत्तराखंड से अहमदाबाद गए थे। परिवार ने कहा कि यह उनकी आखिरी इच्छा थी कि वे जसप्रीत से मिलें और अंतिम सांस लेने से पहले उन्हें आशीर्वाद दें।
एक स्थानीय टीवी चैनल ने कहा कि संतोक सिंह ने कहा था कि जब वह जसप्रीत बुमराह से मिलने गए तब वह घर पर नहीं थे और खिलाड़ी की मां ने उन्हें (संतोक सिंह को) बाद में उनसे (जसप्रीत से) मिलने नहीं दिया। वह इसके बाद से लापता थे।
संतोख सिंह और जसप्रीत की मां की कथित तौर पर अनबन है जिसके चलते उन्हें जसप्रीत से मिलने नहीं दिया गया।
बुमराह की बुआ का दावा है कि बुमराह की मां ने उनके पिता को अपने पोते से मिलने नहीं दिया गया। बता दें कि जसप्रीत बुमराह अपनी मां और परिवार के साथ अहमदाबाद में रहते हैं। उनके पिता का निधन तब हो गया था जब वह सिर्फ 7 साल के थे।
राजेंदर कौर का कहना है कि जसप्रीत बुमराह की मां जिस स्कूल में पढ़ाती हैं वहां भी वह मुलाकात के लिए गए थे। कौर के अनुसार जसप्रीत की मां ने उनसे मिलने से साफ इनकार कर दिया और कहा कि हमारे परिवार से कोई भी उनके बेटे से किसी तरह से संपर्क करने की कोशिश न करे।
उन्होंने जसप्रीत का नंबर देने से भी इनकार कर दिया। बता दें कि रविवार को जिस वक्त उनके दादाजी का शव मिला उस वक्त बुमराह टीम इंडिया की तरफ से धर्मशाला में मैच खेल रहे थे।