गांधीनगर। कांग्रेस पर जाति व तुष्टीकरण की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष अमित शाह ने रविवार को कहा कि दलित नेता जिग्नेश मेवानी को समर्थन देने का कांग्रेस का फैसला पूर्व नियोजित है।
उनका आरोप है कि कांग्रेस ‘मेवानी के पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के साथ संबंधों से जरूर अवगत होगी, जोकि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में शामिल रहा है’ और यही कारण है कि कांग्रेस ने मेवानी को अपनी पार्टी के चुनाव चिन्ह पर चुनाव लड़ने नहीं दिया, लेकिन उन्हें बाहर से समर्थन दिया है।
अमित शाह ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि राहुल गांधी जिग्नेश मेवानी से मिलते हैं और उसके लिए एक सीट छोड़ते हैं और कांग्रेस बनासकांठा जिले की वडगांव विधानसभा सीट पर अपना उम्मीदवार नहीं उतारती है। मेरा मानना है कि इससे बेहतर वोट वैंक की राजनीति का कोई और उदाहरण नहीं हो सकता है।
उन्होंने कहा कि भाजपा ‘सिर्फ विकास के मुद्दे पर’ चुनाव लड़ रही है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा के 1995 में गुजरात में सत्ता में आने के बाद से चाहे व्यावसायिक सुगमता का सवाल हो या फिर उच्च विकास, उच्च प्रति व्यक्ति आय, कृषि विकास, या बुनियादी ढांचागत विकास, हर क्षेत्र में राज्य ने एक नया मुकाम पाया है।
उन्होंने कहा कि मैं गुजरात की जनता से गुजारिश करता हूं कि वे वोट बैंक और तुष्टीकरण की राजनीति को खारिज कर दें।