वॉशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निकी हेली ने कहा कि जिन महिलाओं ने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर जबरन छूने और गलत तरीके से पकड़ने का आरोप लगाया है, उनकी बात सुनी जानी चाहिए। वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, हेली का यह बयान दर्जनभर से भी अधिक महिलाओं द्वारा ट्रंप पर लगाए गए यौन दुर्व्यवहार के आरोपों को लेकर व्हाइट हाउस के रुख से अलग है।
हेली ने महिलाओं द्वारा ट्रंप पर लगाए गए आरोपों को सुलझा लिए जाने के सवाल पर कहा, आप जानते हैं कि ये लोगों को निर्धारित करना है। मैं जानती हूं कि वह निर्वाचित हुए लेकिन महिलाओं को हमेशा आगे आने के लिए सहज होना चाहिए और हम सभी को उनकी बात सुननी चाहिए।
हेली के इन बयानों ने उन चुनौतियों को उजागर किया है जो यौन उत्पीड़न के मुद्दे पर रिपब्लिकन सांसदों के समक्ष मौजूद हैं। हेली ने कहा, उन्हें सुना जाना चाहिए। मुझे लगता है कि हमने उन्हें चुनाव से पहले सुना था। मुझे लगता है कि हर वह महिला, जिसे लगता है कि उसके साथ दुर्व्यवहार हुआ है, उन्हें बोलने का अधिकार है।
वॉशिंगटन पोस्ट के मुताबिक, ट्रंप पर आरोप लगाने वाली महिलाओं में से एक महिला समर जेरवोस ने उन पर मानहानि का मुकदमा दायर किया है। समर ने कहा था कि 2007 में एक होटल के कमरे में ट्रंप ने उन्हें जबरन पकड़ा और चूमा। समर रोजगार के सिलसिले में बातचीत करने ट्रंप के पास गईं थी।