नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी नेता कुमार विश्वास के महिला कार्यकर्ता के साथ कथित संबंधों को लेकर दिल्ली महिला आयोग (डीडब्ल्यूसी) की मंगलवार को यहां आयोजित एक पत्रकार वार्ता में जमकर हंगामा हुआ।
हंगामा उस वक्त तूल पकड़ गया जब आयोग की चेयरमैन बरखा सिंह शुक्ला और आयोग की एक अन्य सदस्य जूही खान आपस में भिड़ गईं। हंगामे के बाद जूही खान सहित कुछ अन्य सदस्यों ने प्रेस कांफ्रेंस का वाक आउट कर दिया।
जूही खान के बाहर जाने के बाद बरखा सिंह ने कहा कि वाक आउट करने वाले आम आदमी पार्टी की सदस्य हैं। उन्होंने आप आदमी पार्टी पर पत्रकार वार्ता को खराब करने का आरोप लगाया।
बरखा ने कहा कि जिन सदस्यों ने वाक आउट किया उन्हें इस वार्ता में बुलाया ही नहीं गया था। वह केवल मामले को उलझाने के लिए ही यहां पर आए थे।
वहीं, पत्रकार वार्ता में ही जूही खान ने अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर दी। दरअसल, डीडब्ल्यूसी ने इस संवाददाता सम्मेलन का आयोजन यह बताने के लिए किया था कि आयोग द्वारा समन भेजने के बावजूद कुमार विश्वास नहीं आए हैं।
इस दौरान कुमार विश्वास पर पूरे मामलों को तूल देने का आरोप लगाते हुए बरखा शुक्ला ने कहा कि हमने तो केवल पीडि़त महिला और उसके पति के बीच सुलह कराने के लिए विश्वास को यहां बुलाया था, लेकिन हमारे बुलावे पर न आकर उन्होंने यह साबित कर दिया है कि कहीं कुछ तो गलत है।
बरखा के मुताबिक महिला शिकायतकर्ता का आरोप है कि कुमार ने कहा है कि लड़कियां बीस-बीस लाख में बिक जाती हैं। अभी बरखा शुक्ला यह बता ही रही थीं कि, उसी वक्त आयोग की एक अन्य सदस्य जूही खान ने पूरे मामले को राजनीति से प्रेरित होने का आरोप लगाते हुए खुलकर कुमार विश्वास का समर्थन किया।
उन्होंने कहा कि इस मामले को जबरदस्ती तूल देने की कोशिश की जा रही है जबकि, यह मामला इतना बड़ा नहीं है। जूही खान ने डीडब्ल्यूसी पर राजनीति से प्रेरित होकर काम करने का आरोप लगाते हुए अपने पद से इस्तीफा देने की भी घोषणा कर दी है।