लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में शनिवार को पूर्व BJP विधायक जिप्पी तिवारी के बेटे वैभव तिवारी की हत्या में शामिल सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस के मुताबिक वैभव की हत्या की साजिश उसी के दोस्त सूरज ने रची थी और वारदात को अंजाम हिस्ट्रीशीटर विक्रम सिंह ने दिया था।
बतादें कि हजरतगंज थाना क्षेत्र में मुख्यमंत्री आवास के पास शनिवार देर रात भाजपा से तीन बार विधायक रहे प्रेम प्रकाश उर्फ जिप्पी तिवारी के बेटे व ग्राम प्रधान वैभव तिवारी (30) की गोली मारकर हत्या कर दी गई।
मूलरूप से सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज निवासी जिप्पी तिवारी का इकलौता बेटा वैभव तिवारी डुमरियागंज के दमुआपुर गांव का प्रधान था। वह लखनऊ में परिवार के साथ कसमंडा हाउस के तृतीय तल स्थित फ्लैट नंबर 322 में रह रहा था।
पुलिस के मुताबिक शनिवार रात नौ बजे वैभव के परिचित सूरज शुक्ला ने उसे फोन कर चौराहे पर बुलाया। किसी बात पर दोनों में झगड़ा हुआ, तो सूरज के दोस्त और हिस्ट्रीशीटर विक्रम ने पिस्टल निकालकर वैभव के सीने में गोली मार दी। वैभव को लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
वारदात की जानकारी पाकर आईजी, एसएसपी सहित पुलिस-प्रशासन के अधिकारी अस्पताल पहुंचे और मामले की जानकारी ली।
एसएसपी दीपक कुमार ने रविवार को बताया कि घटना का चश्मदीद वैभव का रिश्तेदार आदित्य है। उन्होंने बताया कि आदित्य के मुताबिक वैभव को उसके दोस्त अर्जुनगंज निवासी सूरज शुक्ला ने फोन कर बाहर बुलाया था।
सूरज के साथ पार्क रोड निवासी हजरतगंज का हिस्ट्रीशीटर विक्रम भी मौजूद था। इस दौरान सूरज व वैभव में किसी बात को लेकर कहासुनी हो गई। इसके बाद सूरज ने वैभव को गोली मार दी। कसमंडा हाउस में लगे सीसीटीवी कैमरों में हत्या की वारदात कैद हो गई है। पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज कब्जे में ले ली है।