नई दिल्ली। राष्ट्रीय जनता दल ने अपने सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाते हुए उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है । पप्पू यादव बिहार के मधेपुरा संसदीय क्षेत्र से राजद सांसद हैं।
राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रामदेव भंडारी ने बताया कि बिहार के मधेपुरा के सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव को पार्टी विरोधी गतिविधियों के कारण छह वर्ष के लिए पार्टी से निष्कासित कर दिया गया है।
उन्होंने कहा कि यादव राजद की घोषित नीतियों, रणनीतियों और निर्देशों के विरोध में काम कर रहे थे और उसके कारण ही उनके खिलाफ यह कार्रवाई की गई है।
दरअसल पप्पू यादव ने जहां पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी की जमकर तारीफ की थी, वहीं जदयू व राजद के महाविलय पर भी सवाल उठा रहे थे । पार्टी की ओर से उन्हें चेतावनी भी दी गई थी, लेकिन वह तब भी नहीं माने और खुद को लालू प्रसाद का उत्तराधिकारी होने का दावा भी करने लगे थे।
पार्टी विरोधी बयानबाजी और गतिविधि के बाद युवा राजद नेता तेजस्वी यादव ने पप्पू यादव के उत्तराधिकारी के दावे पर सवाल उठाते हुए नसीहत दी थी। इसके बाद राजद की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक के दौरान लालू प्रसाद ने भी पप्पू यादव के उत्तराधिकारी होने के दावे को सिरे से खारिज करते हुए उनको अपनी सीमा में रहने की सलाह दी थी।
गौरतबल है कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने प्रदेश नेतृत्व को निर्देश दिया था कि दल विरोधी आचरण करने वाले बागी नेताओं को बाहर का रास्ता दिखाएं।
लालू प्रसाद का कहना था कि विधानसभा चुनाव को लेकर वैसे भी जो नेता दूसरे दलों में जाने का मन बना चुके हैं, उन्हें पार्टी के सिद्धांतों व नीतियों से कोई लेना-देना नहीं है। सिर्फ टिकट के लालच में जो लोग अटके हैं, वे जल्द ही बाहर चले जाएं तो पार्टी को संगठित करने में सुविधा होगी।