अहमदाबाद। पाटीदार नेता हार्दिक पटेल ने सोमवार को चुनाव परिणामों को देख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों की विश्वसनीयता पर अपना संदेह फिर दोहराया। उन्होंने कहा कि ईवीएम को हैक किया गया होगा और इसी वजह से कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में जीतने और हारने वाले उम्मीदवारों को मिले वोट में मामूली फर्क है।
हार्दिक ने भारतीय जनता पार्टी को जीत पर बधाई दी, लेकिन यह भी कहा कि वह पाटीदारों के लिए आरक्षण, कर्जमाफी सहित किसानों के मुद्दों व युवाओं की बेरोजगारी जैसे मुद्दों को लेकर अपना आंदोलन जारी रखेंगे।
चुनाव रुझानों में भाजपा की सत्ता में वापसी ‘दिखाए जाने’ पर हार्दिक ने संवाददाताओं से कहा कि सूरत, राजकोट व अहमदाबाद में ईवीएम से छेड़छाड़ की गई है, यही वजह है कि जहां छेड़छाड़ की गई, वहां अंतर कम है।
उन्होंने यह भी कहा कि मौजूदा निर्वाचन आयोग चाहे जितनी भी सफाई दे, लेकिन ईवीएम हैक किए जा सकते हैं और यह काम किया गया है।
हार्दिक ने कहा कि जिन ईवीएम से उम्मीदवार 300 वोटों से जीत रहे थे, पुनर्मतगणना के बाद वे 6000 वोटों के अंतर से हार गए। इसका मतलब है कि इसमें कुछ गड़बड़ है। उन्होंने कहा कि यदि एटीएम को हैक किया जा सकता है, तो ईवीएम को भी हैक किया जा सकता है।
हार्दिक ने दावा किया कि भाजपा अपनी ‘गंदी चालों’ की वजह से जीती है, वरना जीतना काफी मुश्किल था। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपनी गंदी चालों व पैसे के बल पर जीती है।
पाटीदार नेता ने ईवीएम पर सवाल उठाते हुए कहा कि ज्यादातर विकसित देश अभी भी बैलेट और मतपेटियों का इस्तेमाल कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जापान, इजराइल और जर्मनी को देखिए, वे उन्नत तकनीक के बावजूद अभी भी मतपत्रों का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारत में ईवीएम जापान से मंगाए गए थे, लेकिन खुद जापान ईवीएम का इस्तेमाल छोड़ चुका है।
उन्होंने कहा कि परिणामों को कांग्रेस व भाजपा के बीच करीबी लड़ाई दिखाया गया है, ताकि लोग ईवीएम से छेड़छाड़ की शिकायत न करें।
पटेल ने कहा कि वह राज्य के लोगों द्वारा भाजपा को दिए गए जनादेश को स्वीकार करते हैं, लेकिन भाजपा के खिलाफ अपनी मुहिम जारी रखेंगे।