नई दिल्ली। दोपहिया वाहन निर्माता होण्डा 2 व्हीलर्स इण्डिया ने मंगलवार को भारत के आधा से अधिक हिस्से में उपभोक्ताओं का पसंदीदा नंबर एक ब्रांड बनने की घोषणा की है।
कंपनी ने एक बयान में कहा कि होण्डा भारत के 15 राज्यों और दो केन्द्रशासित प्रदेशों में नंबर एक दोपहिया ब्राण्ड है, जो देश में बेचे जाने वाले दोपहिया वाहनों का 52 फीसदी हिस्सा है।
इन 17 बाजारों में सम्पूर्ण पश्चिमी क्षेत्र (महाराष्ट्र, गुजरात, गोवा), सम्पूर्ण दक्षिणी क्षेत्र (आंध्र प्रदेश और तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक) तथा पंजाब, दिल्ली, जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, चण्डीगढ़, उत्तराखण्ड, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, नागालैण्ड और अण्डमान-निकोबार द्वीप समूह शामिल हैं।
उल्लेखनीय है कि होण्डा ने केवल छह सालों में यह सफलता हासिल की है। 2011 में होण्डा का नेतृत्व सिर्फ एक राज्य और एक केन्द्र शासित प्रदेश (अरुणाचल प्रदेश एवं गोवा) तक सीमित था, जो 2017 में विस्तारित होकर 15 राज्यों और दो केन्द्रशासित प्रदेशों में पहुंच गया है।
होण्डा मोटरसाइकिल एण्ड स्कूटर इण्डिया के अध्यक्ष और मुख्य कार्यकारी अधिकारी मिनोरू काटो ने बताया कि आज के उपभोक्ताओं की जरूरतों और सपनों को समझते हुए होण्डा भारतीय समाज का दिल जीतने के लिए लगातार अपना विस्तार कर रही है।
हमने उपभोक्ताओं तक गुणवत्तापूर्ण उत्पाद पहुंचाने के लिए तेजी से निवेश किया है। मात्र छह सालों में होण्डा संयंत्र की संख्या एक से बढ़कर चार तक पहुंच गई है।
उन्होंने बताया कि भारत के अन्य बड़े राज्यों में भी होण्डा की बिक्री पिछले 6 सालों में दोपहिया उद्योग की तुलना में दोगुनी तेजी से बढ़ी है।
कंपनी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (बिक्री एवं विपणन) यदविंदर सिंह गुलेरिया ने कहा कि होण्डा ने भारतीयों की दोपहिया वाहनों की सवारी के तरीकों को ही बदल डाला है। होण्डा आज प्रगतिशील राज्य की पहली पसंद बन चुका है, यहां तक कि मोटरसाइकल पसंद करने वाले राज्य भी अब तेजी से स्कूटरीकरण की ओर रुख कर रहे हैं।
उत्तर प्रदेश हो, राजस्थान, पश्चिमी बंगाल, बिहार, उड़ीसा, झारखण्ड या छत्तीसगढ़, इन सभी राज्यों में स्कूटर सबसे तेजी से विकसित होता सेगमेन्ट बन चुका है।