अजमेर। समरसता एवं प्रेम भाव का उत्सव खिचड़ी सुन्दर विलास स्थित गर्ग भवन में रविवार को धूमधाम से मनाया गया।
उमेश गर्ग ने बताया कि इस उत्सव के तहत प्रातकालीन वेला में अशोक तोषनीवाल ने सुमधुर वाणी में शास्त्रीय संगीत के गीतों एवं बांसूरी की मधुर धुनों के बीच ठाकुर जी को खिचड़ी का भोग लगाया गया।
मान्यता है कि पोष शुक्ल दूज से माघ शुक्ल दूज तक ठाकुर जी भक्त शिरोमणि करमा बाई के घर खिचड़ा खाने पधारते थे। रसिक भक्त उसी परम्परा एवं भाव को निभाते हुए यह उत्सव मनाते हैं। सूरदास एवं कईं रसिक भक्तों ने खिचड़ी उत्सव पर पद लिखे और गाएं हैं।
हर समाज को मन्दिरों एवं घर-घर में आयोजित उत्सवों ने ही राष्ट्रीयता के सूत्र में बांधे रखा हैं। उत्सव भारत की राष्ट्रीय धार्मिक एकता को अभिव्यक्त करते हैं और खिचड़ी उत्सव इसका अनूपम उदाहरण हैं।
अशोक तोषनीवाल ने ‘जय जय कुंज बिहारी, ऐसी कृपा करी गुरूदेव मेरे मोहबंधन तोड़ दिया, संकीर्तन गोविन्द हरे गोपाल हरे, श्याम रसिया मन बसिया, रूचि रूचि भोग लगावो रसीया, मेरे यार सुदामा रे, सांवरिया मुरली बजा जांझर झनकाऊगी…’ भजन प्रस्तुत कर भाव विभोर कर दिया।
उत्सव में महिला बाल एवं विकास राज्यमंत्री अनिता भदेल, रमेश चन्द अग्रवाल, कालीचरणदास खण्डेलवाल, शंकरलाल बंसल, पूर्व पार्षद सुभाष खण्डेलवाल, रमेश तापडि़या, भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य कंवल प्रकाश, ओम प्रकाश मंगल, किशनचन्द बंसल, विष्णु प्रकाश गर्ग, डॉ. विष्णु चौधरी, गिरधारी मंगल, पवन फतेहपुरिया, राजेश सोनी, हनुमान गर्ग, महेन्द्र मित्तल, विजयलक्ष्मी विजय, भारतभूषण बंसल, सीताराम मंत्री, दिनेश गोयल, सुरेश शर्मा, लक्ष्मीनारायण हटुका, शिवरतन वैष्णव सहित अनेक रसिक श्रदालु उपस्थित रहे।