मुंबई। भारतीय रेलवे ने सोमवार को मुंबई के यात्रियों के लिए देश की पहली वातानुकूलित लोकल ट्रेन को हरी झंडी दिखाई। क्रिसमस के मौके पर और नए साल से पहले देश की पहली एसी लोकल ट्रेन की पहली दौड़ में मीडिया, अधिकारियों और कुछ राजनीतिक दल के कार्यकर्ताओं सहित पश्चिम रेलवे के बोरिवली और चर्चगेट के बीच के यात्रियों ने सफर किया।
25 दिसंबर के सार्वजनिक अवकाश के मौके पर इस नई ट्रेन के दीदार के लिए बोरिवली स्टेशन और अन्य स्टेशनों पर सैकड़ों लोगों का जमावड़ा देखने को मिला। नई रेलगाड़ी का पूर्ण परिचालन 1 जनवरी 2018 से शुरू होगा। इसके रोजाना 12 चक्कर लगेंगे।
पश्चिमी रेलवे प्रमुख के प्रवक्ता रविंदर भाकर के मुताबिक ट्रेन की सेवाएं (छह वापसी मिलाकर कुल 12) सभी कामकाजी दिनों पर नियमित अंतराल में संचालित की जाएंगी। केवल सप्ताह के अंत में रखरखाव के उद्देश्य से यह परिचालित नहीं होगी।
वर्तमान की योजनाओं के अनुसार इन 12 दैनिक सेवाओं में से आठ को फास्ट ट्रेन के रूप में भीड़भाड़ वाले चर्चगेट-विरार (पालघर) सेक्टर में संचालित होंगी जबकि तीन चर्चगेट-बोरिवली के बीच संचालित होंगी। दोनों ही ट्रेनें एक प्रमुख स्टेशन पर रुकेगी जबकि एक महालक्ष्मी-बोरिवली के बीच सभी स्टेशनों पर रुकेगी।
शुक्रवार तक पश्चिमी रेलवे प्रायोगिक आधार पर छह (हर दिशा में तीन) सेवाओं को संचालित करेगा और एक जनवरी से 12 सेवाएं पूरी तरह से संचालित हो जाएंगी।
डब्ल्यूआर ने बताया कि इसका प्रारंभिक किराया मौजूदा लोकल ट्रेन की प्रथम श्रेणी के एकतरफा नियमित टिकट से 1.2 गुना अधिक होगा और बाद में इसे 1.3 गुना बढ़ा दिया जाएगा।
इस आधार पर इस ट्रेन का न्यूनतम टिकट मूल्य 60 रुपये और अधिकतम 205 रुपए होगा और मासिक टिकट 570 से 2070 रुपए के बीच होगा।
चेन्नई की इंटेग्रल कोच फैक्टरी द्वारा निर्मित फुल एसी ट्रेन की क्षमता प्रति डिब्बा 6,000 यात्रियों को ले जाने की है। इसमें ऑटोमैटिक दरवाजे, एलईडी लाइटें, यात्रियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच संवाद के लिए आपातकालीन टॉक बैक प्रणाली भी है। ट्रेन में उन्नत जीपीएस आधारित यात्री सूचना प्रणाली, यात्रियों के लिए नवीनतम सुरक्षा फीचर्स भी हैं।