श्रीनगर/नई दिल्ली। भारतीय सेना के पांच उच्च-प्रशिक्षित कमांडो ने ‘जैसे को तैसा’ रणनीति के तहत नियंत्रण रेखा के 300 मीटर तक अंदर जाकर कम से कम तीन पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया।
भारत ने यह कार्रवाई पाकिस्तानी सेना की ओर से दो दिन पहले भीषण गोलीबारी के बाद की है, जिसमें एक मेजर समेत चार भारतीय सैनिक शहीद हो गए थे। रक्षा सूत्रों ने इसे ब्रिगेड कमांडर द्वारा स्थानीय स्तर पर सामरिक जवाबी कार्रवाई बताया। सूत्रों ने हालांकि अभियान चलाने वाली बटालियन का नाम नहीं बताया।
नाम न बताने की शर्त पर एक रक्षा अधिकारी ने कहा कि यह पिछले वर्ष के सर्जिकल स्ट्राइक से अलग कम दूरी और कम समय का अभियान था।
सूत्रों ने बताया कि चार से पांच घातक कमांडो ने यह अभियान चलाया। घातक कमांडो विशेष गुप्त अभियानों के लिए प्रशिक्षित किए जाते हैं।
अधिकारी ने कहा कि यह जैसे को तैसा कार्रवाई है। जैसा पाकिस्तान हमारे साथ करता है, हम भी उसके साथ वैसा ही करेंगे। अधिकारी ने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तानी सेना भारतीय सैनिकों पर हमला करना जारी रखेगी, तो इस तरह के और अभियानों को अंजाम दिया जा सकता है।
सूत्रों के मुताबिक यह रणनीतिक कार्रवाई सोमवार शाम छह बजे तब की गई, जब पाकिस्तानी सैनिकों ने भारतीय सीमा में घुसकर संभवत: आईईडी लगाने की कोशिश की थी।
उन्होंने बताया पाकिस्तान सेना के 59 बलूच रेजीमेंट को निशाना बनाया गया, जिसमें तीन पाकिस्तानी सैनिक मारे गए और एक अन्य घायल हो गया।” सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान की तरफ मारे गए लोगों की संख्या बढ़ सकती है। घटना पुंछ में नियंत्रण रेखा के पास हुई।
सूत्रों ने हालांकि इस कार्रवाई को 29 सितम्बर, 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक की तरह नहीं बताया है, जिसमें भारतीय सैनिकों ने पाकिस्तानी कब्जे वाले इलाके में स्थित आतंकी लांच पैड को निशाना बनाया था और कई आतंकियों व उनके मददगारों को मार गिराया था।
वर्ष 2016 की सर्जिकल स्ट्राइक के बाद, भारतीय सेना द्वारा सीमा पार जाकर कार्रवाई करने का यह पहला ऐसा मामला है जिसकी जानकारी सार्वजनिक की गई है। सूत्रों ने हालांकि बताया कि समय-समय पर भारतीय सेना सीमा पार जाकर अभियानों को अंजाम देती रहती है।
पाकिस्तानी सेना ने इस बात की पुष्टि की है कि रावलकोट के रुख चाकरी सेक्टर में भारतीय जवानों द्वारा बगैर उकसावे के सीमपार से की गई गोलीबारी में तीन जवान मारे गए हैं।
इससे दो दिन पहले, राजौरी सेक्टर में नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तानी सेना ने गश्त कर रहे भारतीय जवानों पर भीषण गोलीबारी की थी जिसमें एक मेजर समेत चार फौजी शहीद हो गए थे।
राजौरी जिले और पुंछ में रविवार को भारतीय जवानों को निशाना बनाने की कोशिश कर रहे दो पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सेना की गोलीबारी में मारे गए थे। इस तरह गत दो दिनों में मारे गए पाकिस्तानी सैनिकों की संख्या पांच हो गई है।
भारत ने दावा किया है कि पाकिस्तान ने वर्ष 2003 के संघर्ष विराम समझौते का इस वर्ष अबतक 820 बार उल्लंघन किया है।
उल्लेखनीय है कि भारत ने 18 सितंबर, 2016 को उरी सेक्टर में सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले के लगभग 10 दिनों बाद सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था, जिसमें भारत ने कई आतंकवादियों को मार गिराने का दावा किया था। उरी हमले में 19 भारतीय जवान शहीद हो गए थे।