कोलकाता। पश्चिम बंगाल दौरे पर पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने यात्रा के दूसरे दिन सबसे पहले कोलकाता के दक्षिणेश्वर काली मंदिर पहुंचे। मोदी ने मां काली से आशिर्वाद लिया। मोदी मंदिर में दर्शन के बाद पीएम हावड़ा के बेलूर मठ पहुंचे। मोदी ने स्वामी विवेकानंद की समाधि पर ध्यान लगाया।
पीएम विवेकानंद के कमरे में भी गए, जहां उनके सामान को देखकर वह भावुक हो गए, बाद में पीएम ने आसनसोल जाकर बर्नपुर स्टील प्लांट का उद्घाटन किया। मोदी ने आसनसोल में इस्को के आधुनिक इस्पात संयंत्र का उद्घाटन करने के बाद कहा, ‘यदि दूसरे देशों के साथ ‘टीम इंडिया’ की भावना के माध्यम से मुद्दों को सुलझाया जा सकता है तो घरेलू मुद्दों का समाधान बहुत आसान होगा।’
मोदी ने कहा कि संसद ने भारत-बांग्लादेश के भूमि सीमा से जुड़े समझौते से संबंधित विधेयक को सर्वसम्मति से पारित किया और इस मुद्दे का हल निकालने के लिए सभी राजनीतिक दलों ने तथा पश्चिम बंगाल, असम, मिजोरम, मेघालय और त्रिपुरा जैसे राज्यों ने केंद्र के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया।
भारत को आगे ले जाने के लिए राज्यों के साथ मिलकर काम करने का दृढ़संकल्प जताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि दुर्भाग्य से अतीत में राज्यों और केंद्र के बीच तनाव की स्थिति रही है।
उन्होंने कहा कि वह भी कई साल तक मुख्यमंत्री रहे हैं और समझते हैं कि राज्यों के प्रति केंद्र का रवैया कैसा होना चाहिए। उन्होंने कहा, ‘हमारे संविधान ने हमें संघीय ढांचा दिया है, लेकिन दुर्भाग्य से केंद्र-राज्य संबंध हमेशा से तनावपूर्ण रहे हैं।
मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री मिलकर टीम की तरह काम करेंगे और भारत को आगे ले जाएंगे। उन्होंने कहा, ‘भारत पर केवल दिल्ली से शासन नहीं होगा। देश केवल दिल्ली के पिलर पर खड़ा नहीं होगा, बल्कि इसे 30 स्तंभों (यानी 30 राज्यों) का सहारा होगा।
उन्होंने नीति आयोग के गठन का उल्लेख किया जिसमें सभी राज्य साझेदार हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार की कोशिश पूर्वी भारत को शक्तिशाली बनाने की है जिसके लिए पश्चिम बंगाल को सबसे पहले मजबूत करना होगा।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मौजूदगी में उन्होंने कहा, ‘दक्षिण पूर्व एशिया के देशों के साथ सहयोग के लिए भारत की ‘एक्ट ईस्ट’ नीति का नेतृत्व पश्चिम बंगाल करेगा।
मोदी ने यूपीए की पिछली सरकार को भी आड़े हाथ लेते हुए कहा कि इस दौरान मीडिया में हर तरह के घोटालों की खबरें भरी हुई थीं। मोदी ने कहा, अब कोयला घोटाले की खबरें नहीं हैं, बल्कि कोयला नीलामी की खबरें हैं।
मोदी के मुताबिक उनकी सरकार इस महीने एक साल पूरा करने जा रही है और किसी घोटाले की खबर नहीं है। उन्होंने कहा कि जिन जिलों में कोयला खदान आवंटित की गई हैं, उन सभी में एक फाउंडेशन बनाया जाएगा और नीलामी से अर्जित राजस्व का एक हिस्सा इसमें जमा किया जाएगा जिससे स्थानीय लोगों का फायदा होगा।
इस दौरान उक्त कार्यक्रम में केन्द्रीय इस्पात मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, पश्चिम बंगाल के राज्यपाल केशरीनाथ त्रिपाठी, राज्य के मुख्यमंत्री ममता बनर्जी, आसनसोल के सांसद व केन्द्रीय नगर विकास राज्य मंत्री बाबुल सुप्रियों सह कई गणमान्य हस्ती मौजूद थे।