नई दिल्ली। दाउद के बारे में संसद में पूर्व में दिए गए बयान के उलट सोमवार को केन्द्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि दाउद पाकिस्तान में ही है तथा उसे हर हाल में भारत लाकर रहेंगे।
मोस्ट वांटेड दाउद के खिलाफ भारत के पास पुख्ता सबूत हैं। हाल ही में गृहराज्यमंत्री ने संसद में कहा था कि दाउद कहां है इस बारे में सरकार को कुछ भी पता नहीं है। इस बयान पर विपक्षी सदस्यों में खासा बवाल खड़ा कर दिया था।
हालांकि इस हंगामें के बाद से ही भाजपा ने डेमैज कंट्रोल का काम शुरू कर दिया। सोमवार को लोकसभा में विपक्षी दलों के सवालों की बौछार के जवाब मेंं राजनाथ सिंह ने कहा कि मोस्ट वांटेड दाउद पाकिस्तान में ही है। हम उसे वापस लाकर रहेंगे।
उन्होंने बताया कि इंटरपोल ने दाउद के खिलाफ रेड कार्नर नोटिस जारी किया हुआ है। संयुक्त राष्ट्र संघ सिक्योरिटी काउंसिल की ओर से भी दाउद के खिलाफ नोटिस जारी हो रखा है। राजनाथ ने कहा कि हमारे पास दाउद के पाकिस्तान में मौजूद होने की पुख्ता सूचना है।
राजनाथ सिंह ने कहाकि भारत सरकार की तरफ से दाउद को लेकर समय समय पर पाकिस्तान को दस्तावेज दिए जाते रहे हैं। इन दस्तावेजों के सौंपे जाने के बाद भी पाकिस्तान से अभी तक कोई मदद नहीं मिली है। हमने पाकिस्तान को दाउद को लेकर कई बार सबूत भी दिए हैं। पाकिस्तान की तरफ से इस मामले में कोई सहयोग नहीं मिल रहा है।
सिंह ने कहा कि चाहे पाकिस्तान पर हमें कितना ही दबाव क्यों न डालना पड़े, हम दाउद को भारतीय कानून की परिधि में लाकर ही रहेंगे। दाउद ही नहीं अन्य वांछित आतंकवादियों को भी भारत को सौंपे जाने को लेकर पाकिस्तान पर दबाव बना रखा है। मालूम हो कि मुबंई बम विस्फोट के मुख्य आरोपी दाउद इब्राहीम को भारत लाए जाने के लिए भारत सरकार तब से ही प्रयासों में जुटी है।