सिरोही। पशुपालन एवं देवस्थान राज्यमंत्री और सिरोही के प्रभारी मंत्री ओटाराम देवासी ने बुधवार को सर्किट हाउस में जनसुनवाई की। जनसुनवाई में पीडि़तों की संख्या काफी कम थी।
इसे देखकर यही प्रतीत हो रहा था कि जिले में समस्याएं हैं ही नहीं या फिर अव्यवस्थाओं का ऐसा आलम देखकर लोगों में यह विश्वास बैठ गया है कि खुद प्रभारी मंत्री और स्थानीय अधिकारी उनकी समस्याओं के निस्तारण के लिए चिंतित नहीं हैं। यहां पर करीब तीस अर्जियां मिली इनमें भी करीब आठ स्थानांतरण की थी। मंत्री के लिए लोगों को करीब एक घंटे से ज्यादा इंतजार करना पड़ा। वे एनएचएआई के हाइवे के निरीक्षण करने गए थे। इस दौरान वह स्थानीय होटल में गुफ्तगू भी करते दिखे। सर्किट हाउस के वीआईपी कमरे के बाहर अधिकारियों का मजमा लगा हुआ था। फरियादी इधर-उधर थे। कई उनका इंतजार करके आजीज आ गए थे तो कुछ के चेहरे पर इंतजार से होने वाली परेशानी साफ झलक रही थी। यहां पर करीब एक बजे जनसुवाई होनी थी, लेकिन मंत्री करीब 2.59 बजे के आसपास सर्किट हाउस मे पहुंचे। यहां पहुंचते ही कार्यकर्ताओं से घिर गए। इसके बाद एकसाथ ही फरियादी को भी बुलवा लिया। सभी फरियादी एक साथ बोलने लगे तो कौन कौनसी समस्या बता रहा था, यह तक नहीं पता पड़ पा रहा था। आम तौर पर प्रभारी मंत्रियों की जनसुनवाई में एक नियंत्रक कार्मिक बैठा रहता था, जो एक-एक करके फरियादी को कमरे में भेजता था और मंत्री ध्यान से उसकी बात सुनकर संबंधित विभाग के अधिकारियों को उसके निराकरण का कहते थे, लेकिन बुधवार को जनसुनवाई मेल ज्यादा लग रही थी। प्रभारी मंत्री की सुनवाई उतनी देर भी नहीं चली जितनी देर लोगों ने उनका इंतजार किया। जिस समय जनसुनवाई की जानी थी, उस दौरान वह सिरोही एनएचएआई का निरीक्षण कर रहे थे। इसके बाद वह स्थानीय होटल में खाना खाने के लिए रुक गए।
भाजपा पदाधिकारी ने रोका है अणगोर का पानी!
जनसुनवाई के दौरान भाजपा के पूर्व महामंत्री विरेन्द्रसिंह चौहान ने बताया कि जल समस्या के लिए अणगौर बांध के आवाह क्षेत्र की प्रमुख वाड़ेली नदी के मार्ग में बने एनीकटों की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। इस पर प्रभारी मंत्री के सवाल पर एक अधिकारी यह कहने से नहीं चूके कि इसके आवाह क्षेत्र में बाधा डालने में भाजपा के एक नेता की भूमिका भी अहम है। वैसे चौहान ने प्रेस नोट जारी करके भी यह आरोप लगाया कि प्रशासन एक आदमी को फायदा देने के लिए सिरोही के चालीस हजार लोगों को बूंद-बूंद के लिए तरसा रहा है। उन्होंने शीघ्र ही अणगौर बांध के प्रमुख आवाह क्षेत्र वाडेली नदी में बने एनीकटों को तुड़वाने की मांग प्रशासन से करते हुए चेतावनी दी कि वह जनता के धैर्य की परीक्षा नहीं लेवें।