लखनऊ। प्रदेश की टॉपर ज्योति राठौर ने बताया कि हाईस्कूल में स्कूल में टॉप करने का सपना देखा लेकिन वो पूरा नहीं हुआ। फिर भी हार नहीं मानी लगन से पढ़ाई की इसके बाद जो परिणाम आया उसने पूरे प्रदेश को चौंका कर रख दिया। बात हो रही इस बार की यूपी टॉपर ज्योति राठौर की, जिसने 97.2 प्रतिशत अंक लाकर सभी को चकित कर दिया।
मध्यम परिवार से ताल्लुक रखने वाली मानसी के पिता जनरेटर का काम करते हैं। उन्होंने बेटी को आईएएस बनाने का सपना देखा जिसे साकार करने में ज्योति जुट गई है। ज्योति का कहना है कि आईएएस बनने के बाद जब उन्हें पहली सैलेरी मिलेगी तो वह अपने पापा को ही देंगी।
खुद पढ़ाई से बनेगी बात
ज्योति ने सभी विषयो में डिस्टिंक्शन के साथ कंप्यूटर और केमेस्ट्री में 99 व फिजिक्स में 98 प्रतिशत पाए है। ज्योति ने बताया कि मैंने टीचर्स को फॉलो करने के साथ ही सेल्फ स्टडी के दम पर यह अंक प्राप्त किए हैं। परीक्षा में सफलता के लिए सेल्फ स्टडी सबसे ज्यादा जरूरी है। साथ ही जो पढ़ाया जाए उसे रिवाइज भी करते रहना चाहिए।
बहन भी है मेधावी सूची में
ज्योति राठौर की फैमिली को रविवार को कुछ लोग टॉपर्स फैमिली के नाम से भी पुकार रहे थे। क्योंकि छोटी बहन शिवानी राठौर ने भी इस बार हाईस्कूल के एग्जाम में 91 प्रतिशत अक हासिल कर दिया है। ज्योति की तरह शिवानी ने भी लखनऊ पब्लिक स्कूल की टॉप लिस्ट में छठा स्थान प्राप्त किया है।
ज्योति की ही तरह, 97 फीसदी अंकों के साथ यूपी में दूसरा स्थान करने वाली एलपीसी की मानसी जायसवाल अपनी उपलब्धि का पूरा श्रेय शिक्षकों और अभिभावकों को देती हैं। मानसी ने 12वीं की परीक्षा में हिंदी में 92, गणित में 97, कम्प्यूटर में 99, भौतिक में 99 और रसायन विज्ञान में 98 अंक हासिल किए हैं।
मानसी कहती हैं कि राजनीति में रुचि नहीं है, लेकिन पीएम मोदी उनके लिए आइडल हैं। वह इंजीनियर बनना चाहती हैं। मानसी को नृत्य और गीत पसंद है। मानसी के बिजनेसमैन पिता राकेश कहते हैं कि बेटी जो बनना चाहेगी, उसमें पूरा सहयोग किया जाएगा।
यूपी बोर्ड में 96.60 फीसदी के साथ तीसरा स्थान हासिल करने वाले एलपीसी के मो. काशिफ अंसारी इंजीनियर बनना चाहते हैं। वह भी अपनी सक्सेस का श्रेय शिक्षकों के साथ अध्यापकों को देते हैं। 12वीं में उन्होंने हिंदी में 95, गणित में 96, कंप्यूटर में 99, भौतिक में 97 और रसायन में 96 अंक हासिल किए हैं।
काशिफ के पिता मो. आसिफ दुबई में फैशन डिजाइनर हैं। बाइकिंग और दोस्तों के साथ घूमना पसंद करने वाले काशिफ कहते हैं कि गणित उनका पसंदीदा सब्जेक्ट है। काशिफ के मुताबिक उनके पिता कहते हैं कि सपने पूरे करने हैं तो पढ़ो। पीएम मोदी को वो भी पसंद करते हैं।
बनना है सॉफ्टवेयर इंजीनियर
हाईस्कूल की बोर्ड परीक्षा में प्रदेश में तीसरा स्थान हासिल करने वाली अंजली पटेल साफ्टवेयर इंजीनियर बनना चाहती हैं। नगर के यंग स्ट्रीम इंटर कालेज की छात्रा अंजली के पिता अशोक कुमार पीडब्लूडी में पम्प आपरेटर हैं। तीन भाई बहनों में अंजली सबसे बड़ी हैं। पिता के पास 10 बीघे की खेती भी है। प्रतिदिन 5 घंटे की पढ़ाई व स्टोरी रीडिंग इनकी हैबिट में शामिल हो चुका है।
अंजली ने बताया कि इनके घर में टीवी नहीं है। मोबाइल में कभी-कभी मूवी देखना और टेक्नालॉजी से जुड़ी जानकारियों को जुटाना इनकी पसंद बन चुकी है। गणित के शिक्षक सत्येन्द्र सर को अंजली अपनी सफलता का श्रेय देती हैं। इनका मानना है कि रेगुलर पढ़ाई व शिक्षकों का आदर करके शिक्षा के क्षेत्र में कोई भी मुकाम हासिल किया जा सकता है।