न्यूयॉर्क/नई दिल्ली। आरबीआई के गवर्नर रघुराम राजन ने कहा कि मोदी सरकार से लोगों को बहुत उम्मीदें है।
प्रधानमंत्री इन उम्मीदों को पूरा करने के लिए हरसंभव प्रयास भी कर रहे हैं लेकिन सरकार के पास कोई जादू की छड़ी नहीं है जिसे घुमाते ही सब पूरा हो जाए। सरकार निवेश्कों को आकर्षित करने के लिए देश में बेहतर माहौल तैयार कर रही है और निवेशकों के प्रति संवेदनशील है।
राजन ने कहा कि मोदी सरकार बहुत उम्मीदों के साथ आई है और मेरा मानना है कि किसी भी सरकार के लिए इतनी सारी उम्मीदों पर खरा उतर पाना अव्यवहारिक है। राजन ने यह बात न्यूयार्क के इकोनॉमिक क्लब में अपने संबोधन के बाद पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
आरबीआई गवर्नर ने कहा कि देश में व्यापार का माहौल स्थापित करने में सबसे महत्वपूर्ण भूमिका कर प्रणाली निभाती है। वित्त मंत्री अरूण जेटली ने साफ कर दिया है वे उद्यमियों के अनुकूल कर प्रणाली लांएगे।
इसके अलावा कारपोरेट कर को भी हर साल एक प्रतिशत कम करने की बात कही गई है। राजन ने कहा कि इन क्षेत्रों के अलावा भी अभी कई ऐसे क्षेत्र है जिन पर सरकार को ध्यान देने की जरूरत है जिससे निवेशकों का भारत में पैसा लगाने को लेकर आत्मविश्वास बढ़े।
निवेश के बारे में राजन ने कहा कि कम ब्याज दरें एवं कर प्रोत्साहन निवेश को बढ़ावा दे सकते हैं लेकिन आर्थिक वृद्धि बढ़ाने के लिए उपभोक्ता मांग अधिक महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि हमें मौद्रिक नीति नरम करने की प्रतिस्पर्धा की ओर ढकेला जा रहा है। मैं मंदी के युग की शब्दावली का इसलिए इस्तेमाल कर रहा हूं क्योंकि मुझे भय है कि कमजोर मांग वाले विश्व में हम अधिक हिस्सेदारी के लिए एक जोखिम भरी प्रतिस्पर्धा में कूद सकते हैं।