गुना। राजस्थान में रेल पटरियों पर चल रहे गुर्जर आंदोलन का असर रेल यातायात पर भी पड़ रहा है। पूरे देश के साथ इससे अब गुना जंक्शन का रेल यातायात भी प्रभावित होने लग गया है।
आंदोलन के चलते जहाँ कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर गुना से होकर निकाला जा रहा है, वहीं इसके चलते आज प्रतिदिन चलने वाली गुना-बीना ट्रेन को भी रद्द कर दिया गया है। इसके चलते उक्त ट्रेन से यात्रा करने स्टेशन पहुँचे यात्रियों ने जमकर हंगामा खड़ा किया।
इस दौरान यात्रियों ने जोरदार नारेबाजी की। यात्रियों में गुस्सा इस बात को लेकर अधिक था कि ट्रेन अचानक रद्द की गई और इसकी कोई पूर्व सूचना जारी नहीं की गई। जिससे उन्हे परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर इस बीच रेलवे प्रबंधन ने जानकारी दी कि ट्रेन अभी 9 दिन और नहीं चलेगी।
अन्य ट्रेनों में भारी भीड़
गुना – बीना ट्रेन के अचानक रद्द होने के चलते कोटा-बीना रेल ट्रेक पर चलने वाली अन्य ट्रेनों में भी काफी भीड़भाड़ देखने को मिली। इन ट्रेनों पर दबाव इसलिए भी और अधिक पड़ा, कारण गुर्जर आंदोलन के चलते कुछ ट्रेनों को जहां रद्द कर दिया गया था तो कई ट्रेनों को मार्ग बदलकर निकाला गया था। खासकर गुना-बीना ट्रेन के बाद आने वाली ग्वालियर-भोपल इंटरसिटी ट्रेन में तो पैर रखने तक की जगह भी नहीं दिख रही थी। ट्रेन में चढऩे को लेकर स्टेशन पर यात्रियों के बीच मारा-मारी देखने को मिली। इसके साथ ही अन्य यात्री वाहनों पर भी यात्रियों का भारी दबाव रहा और यह वाहन ठसाठस भरकर चले।
अचानक रद्द की गई गुना-बीना ट्रेन
रोज की तरह आज भी गुना-बीना ट्रेन से यात्रा करने बड़ी संख्या में यात्री निर्धारित समय पर सुबह स्टेशन पहुँच गए थे। यहाँ यात्री ट्रेन का इंतजार करते रहे। किन्तु निर्धारित समय पर ट्रेन नहीं आई। काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब ट्रेन स्टेशन नहीं पहुंची तो यात्रियों का सब्र जवाब देने लगा। बाद में उन्होने इस संबंध में जानकारी जुटाना शुरु की तो पता चला कि ट्रेन 10 दिनों के लिए रद्द कर दी गई है।
बस फिर क्या था, काफी देर से परेशान हो रहे यात्रियों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होने स्टेशन पर हंगामा खड़ा कर दिया। इस दौरान यात्रियों ने रेलवे प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जोरदार नारेबाजी की। यात्रियों का कहना था कि ट्रेन रद्द करने की पूर्व सूचना तो दी ही नहीं गई, साथ ही स्टेशन पर उद्घोषणा करने के बजाए रेलवे प्रबंधन पूछताछ खिडक़ी पर ट्रेन के संबंध में जानकारी लेने पहुंँचने वाले यात्रियों को ही यह जानकारी देता रहा कि ट्रेन को अगले दस दिनों के लिए रद्द कर दिया है।
अप-डाउनर्स की समस्या को अपने विरोध का हथियार बनाते हुए यात्री सेवा संगठन ने अचानक बीना-गुना पैसेंजर ट्रेन को रद्द करने पर कड़ी आपत्ति जाहिर की है। यात्रियों के साथ मिलकर संगठन के कार्यकर्ताओं ने पहले तो स्टेशन पर नारेबाजी की और फिर डीआरएम के नाम संबोधित एक ज्ञापन स्टेशन प्रबंधक को सौंपा।
ज्ञापन में कहा गया है, कि बीना-गुना पैसेंजर ट्रेन से रोजाना हजारों मुसाफिर सफर करते हैं। इनमें ज्यादा यात्री कामकाजी और छात्र-छात्राएं होते हैं, जो खासकर गुना से अशोकनगर के बीच अप-डाउन करते हैं। संगठन ने मांग की है, कि यात्रियों की सुविधा के लिए बेहद जरूरी इस ट्रेन को इतने लंबे समय के लिए रद्द न रखा जाए।